अगर आपके पैरों में बार-बार झनझनाहट की समस्या हो रही है तो इस समस्या को नजरअंदाज न करें और तुरंत किसी एक्सपर्टसे सलाह लें।लंबे समय तक एक ही जगह पर बैठे रहने से पैरों में झनझनाहट हो सकती है।यदि कोई व्यक्ति लम्बे समय तक एक ही मुद्रा में बैठता है तो पैरों में झुनझुनी होना नार्मल है .लेकिन अगर आप लगातार इस तरह की समस्या का सामना कर रहे हैं तो उससे सतर्क रहना चाहिए.ये कई बीमारियों के लक्षण भी हो सकते हैं.आपको बता दे की ऐसी कई स्वास्थ्य सम्बंधित समस्याएं है जिनमे पैरों में झनझनाहट होती है दरअसल, पैरों में झुनझुनी होने के पीछे कई तरह की गंभीर बीमारियां हो सकती हैं, जिसमें डायबिटीज से लेकर किडनी डिजीज शामिल है।ऐसी समस्या होने पर आपको किन बीमारियों का संकेत दे सकती है?आइये विस्तार से जाने
1.किडनी फेलियर का कारण-पैरों में झनझनाहट का कारण किडनी फेलियर भी हो सकता है। दरअसल, अगर किडनी में किसी तरह की समस्या हो तो ब्लड को डिटॉक्स करने में दिक्कत हो सकती है, यह आपके तंत्रिका तंत्र को नुकसान पहुंचा सकता है। इससे पैरों में झुनझुनी हो सकती है.
2.डायबिटीज की परेशानी-पैरों में झनझनाहट की समस्या का कारण डायबिटीज भी हो सकता है। बढ़ी हुई रक्त शर्करा तंत्रिका तंत्र को नुकसान पहुंचा सकती है, जिससे झुनझुनी हो सकती है। इसके अलावा डायबिटीज के कारण मरीजों को अत्यधिक प्यास भी लगने लगती है।
3.ऑटो इम्यून बीमारी का खतरा-हाथ-पैरों में झनझनाहट की समस्या ऑटोइम्यून बीमारियों के कारण हो सकती है, जिसमें रूमेटाइड अर्थराइटिस, कमजोर इम्यूनिटी, ल्यूपस आदि शामिल हो सकते हैं। अगर आपके अंगों में ऐसे लक्षण दिखें तो तुरंत अपने विशेषज्ञ से सलाह लें।
4.तंत्रिका संबंधी समस्याएं इसका कारण हो सकती हैं-हाथों और पैरों में झनझनाहट की समस्या नसों में किसी भी तरह की समस्या के कारण हो सकती है।इस स्थिति को कार्पल टनल सिंड्रोम कहा जाता है। अगर आपको इस तरह के लक्षण दिख रहे हैं, तो इसे नजरअंदाज करने से बचें।
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