आजकल के दौर में खराब खानपान और खराब जीवनशैली की वजह से बुजुर्ग ही नहीं युवा भी हाई ब्लड प्रेशर के चपेट में आ रहे हैं. ये एक ऐसी समस्या है जिसे अगर नजरअंदाज किया जाए तो हृदय रोग के खतरे बढ़ सकते हैं. ब्लड प्रेशर के मरीज को हृदय रोग और स्ट्रोक का अधिक खतरा होता है. स्वस्थ आहार का सेवन और नियमित एक्सरसाइज से बीपी को नियंत्रित करने में मदद मिलती है. इसके अलावा आप खुद को हाई ब्लड प्रेशर से राहत देना चाहते हैं तो कुछ योगासन को भी फॉलो कर सकते हैं. ये हाई ब्लड प्रेशर सहित कई समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकता है.
सीतकारी प्राणायाम बीपी की समस्या में काफी फायदा पहुंचा सकता है. ये हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने का काम करता है. इसके अलावा इससे तनाव भी दूर होता है. सीतकारी प्राणायाम मस्तिष्क के उन केंद्रों को प्रभावित करता है जो शारीरिक तापमान को केंद्रित करते हैं इससे सारे शरीर की मांसपेशियों को आराम पहुंचता है.इस अभ्यास को करने के लिए सबसे पहले सुखासन में बैठ जाएं. इसके बाद मुंह के अंदर जीव को तालू के पास ले जाएं. इसके बाद दोनों दातों को आपस में सटा लें, अब सांस लें और कुछ समय के लिए सांस रोकें. इसके बाद धीरे-धीरे नाक से सांस छोड़ें.
शवासन करने से शरीर को कई फायदे मिलते हैं,ये मन को शांत करने के साथ हाई बीपी को नीचे लाने में फायदेमंद है.इसे करने के लिए सबसे पहले सबसे एक सख्त सतह पर पीठ के बल लेट जाएं और आंखें बंद कर ले. टांगों के बीच थोड़ी दूरी बना लें. ध्यान रहे कि इस समय आप पूरी तरह से रिलैक्स हो और पैरों की दोनों अंगूठे साइड की ओर झुके हुए हो. धीरे-धीरे अपने शरीर के हर हिस्से की ओर ध्यान देना शुरू करें. ऐसा करते समय सांस की गति बहुत धीमी होनी चाहिए. आप धीरे-धीरे मेडिटेशन में जाने लगेंगे, जैसे ही आपको आलस आने लगे तो सांस लेने की गति को तेज कर दें.
कपालभाति प्राणायाम बहुत ही फायदेमंद अभ्यास में से एक है. इससे शरीर से टॉक्सिंस निकलता है, हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने और तनाव को कम करने के लिए भी इसका अभ्यास किया जा सकता है.इस अभ्यास को करने के लिए वज्रासन में बैठकर सांसो को बाहर छोड़ने की क्रिया करें. सांसो को बाहर छोड़ने और फेंकते समय पेट को अंदर की तरफ धक्का देना है.
बालासन भी हाइपरटेंशन के मरीजों के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है यह आसन तनाव को कम करता है पूरे शरीर में ब्लड सरकुलेशन में सुधार करता है और हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है.बालासन करने के लिए आप वज्रासन मुद्रा में बैठ जाएं. इसके बाद सांस लेते वक्त अपने दोनों हाथों को ऊपर ले जाएं. सांस छोड़ते समय आगे की तरफ झुके. ये कर्म तब तक जारी रखें, जब तक आप की हथेलियां जमीन को ना छू जाए. इसके बाद अपने सिर को जमीन पर टिकाएं.इस मुद्रा में आने के बाद शरीर को ऐसे ही छोड़ दें और आराम महसूस करें. सांस लें और सांस छोड़ें.
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