ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए दवाई की तरह काम करता है ये बैंगनी जिमिकंद, जानिए

जिमिकंद या सूरन नाम की सब्जी आपने कई बार खाई होगी. लेकिन कभी आपने ऐसा कोई कंद खाया है जो दिखने में पर्पल कलर का हो. इस रंग के चलते इस फल का नाम ही पर्पल येम पड़ चुका है. जिसे कुछ जगहों पर Ube के नाम से भी जाना जाता है. कहीं कहीं स्थानीय भाषा में इसे बैंगनी जिमिकंद या फिर कोनफल भी कहते हैं.

दूसरे कंदों की तरह बैंगनी रंग का ये कंद भी जमीन के अंदर ही उगता है. जिसमें बहुत ज्यादा मात्रा में स्टार्च होता है. इसके अलावा प्रोटीन, फाइबर, पोटैशियम, विटामिन ए और सी सहित आयरन और भरपूर फाइटोन्यूट्रिएंट्स होते हैं.

पर्पल येम में ढेरों किस्म के एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं. जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं. इन फ्री रेडिकल्स की वजह से कैंसर, दिल से जुड़ी बीमारियां, डायबिटीज जैसे रोग होने का खतरा हो सकता है. इन्हें कम करने में पर्पल येम कारगर होता है.

बैंगनी येम का ग्लाइसेमिक इंडेक्स काफी कम होता है. साथ ही इसमें फ्लेवेनॉइड्स भी भरपूर होते हैं. जिस वजह से ये टाइप 2 किस्म डायबिटीज को कंट्रोल में रखता है.

जिन लोगों को हाई ब्लडप्रेशर की शिकायत रहती है उनके लिए भी पर्पल येम किसी दवा से कम नहीं है. पर्पल येम ब्लडप्रेशर बढ़ाने वाले तत्वों पर काबू रखता है.

पर्पल येम में डाइजेशन की प्रक्रिया को भी बूस्ट करता है. जिन लोगों को पाचन की दिक्कत रहती है उनको पर्पल येम खाने की सलाह दी जाती है. ये सख्त होने के बावजूद पचाने में आसान होता है.

पर्पल येम को आप क्यूब्स में काटकर तलकर भी खा सकते हैं. इसके अलावा पर्पल येम का भर्ता भी बनता है और ग्रेवी वाली सब्जी भी बनाई जा सकती है.
आपको पर्पल येम का स्वाद जिस भी तरह से पसंद आए, वैसे खा सकते हैं. बस इसे उबालना न भूलें. पर्पल येम को छील कर पीसेस में काटकर उबाल जरूर लें. उसके बाद उसे तलकर खाएं या सब्जी बनाकर ये आपके स्वाद के ऊपर निर्भर करता है.

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