बार-बार डकार आने का ये भी हो सकता है गंभीर कारण,जानिए

डकार आने के कई कारण होते हैं. आमतौर पर खाना खाने के बाद जब हमारा पेट भरने लगता है तब डकार आती है. लेकिन जब हमें बहुत तेज भूख लगती है तब भी डकार आती है! क्योंकि इस समय पर बॉडी पहले से स्टोर किए हुए फैट को एनर्जी बनाने के लिए यूज करने लगती है. लेकिन ऐसा नहीं है कि सिर्फ इन्हीं कारणों से डकार आती है, डकार आने के और भी कई कारण हैं और जिन लोगों को अक्सर बहुत अधिक डकार आती है, उन्हें इसे सामान्य मानकर अनदेखा नहीं करना चाहिए.

भोजन के बाद पेट भरने का संकेत
बहुत तेज भूख लगने पर
पेट में गैस बनने पर
फूड के डायजेशन की प्रॉसेस में
लेक्टोज इंटॉलरेंस के कारण
इरिटेबल बाउल सिंड्रोम के कारण
पेट में अल्सर की समस्या होने पर
मुंह से सांस लेने पर
एक साथ बहुत अधिक पानी पीने पर
बहुत अधिक डकार आने पर क्या करें?

बहुत अधिक डकार आने की समस्या से बचने के लिए सबसे पहले तो आपको यह पता करना होगा कि आखिर आपको इतनी अधिक डकार आ क्यों रही है. इसका कारण जानने के बाद ही पर्मानेंट सॉल्यूशन संभव है.

5 से 6 पुदीना पत्तियां दो चुटकी नमक के साथ खाएं
नींबू पानी में काला नमक मिलाकर पिएं

जीरा-अजवाइन को रोस्ट करके कूट लें और फिर काला नमक मिलाकर गर्म पानी के साथ आधा चम्मच सेवन करें.

दूध का सेवन तब तक के लिए बंद कर दें, जब तक आपको गैस बनने की असली वजह पता ना चल जाए.

जिन लोगों को लेक्टोस इंटॉलरेंस की समस्या होती है, उन्हें दूध, दही, पनीर इत्यादि नहीं खाने चाहिए. यदि आपको नहीं पता कि आपको ये दिक्कत है या नहीं तो गैस बनने की स्थिति में इनका सेवन बिल्कुल ना करें.
गैस बनने की समस्या होने पर क्या ना करें?

खाना खाने के तुरंत बाद सोने ना जाएं
भोजन के तुरंत बाद पानी ना पिएं
लगातार कई घंटों तक एक ही स्थान पर ना बैठें
ओवर इटिंग से बचें
बहुत जल्दी-जल्दी खाना ना खाएं. बल्कि पूरी तरह चबाकर और आराम से खाएं.
बहुत अधिक मीठा खाने से बचें
क्या अधिक डकार आना किसी गंभीर बीमारी का लक्षण है?

ऐसा हमेशा नहीं होता है कि अधिक डकार आना किसी गंभीर समस्या का ही लक्षण हो. क्योंकि ऊपर जितनी बातें बताई गई हैं, इनके कारण भी डकार अधिक आती है. लेकिन इनमें से अगर कोई कारण आपको नजर नहीं आ रहा है तो इरिटेबल बाउल सिंड्रोम के कारण और पेट में अल्सर की समस्या होने पर भी अधिक डकार आने की दिक्कत होती है.

इरिटेबल बाउल सिंड्रोम होने पर पेट में मरोड़ आना, पेट में दर्द होना, मोशन के दौरान पेट के निचले हिस्से में दर्द होना, डायरिया होना, कब्ज होना या कभी कब्ज और कभी डायरिया की समस्या होते रहना, जैसे लक्षण शामिल हैं. वहीं पेट में अल्सर होने पर पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द हो सकता है, मितली आना, भूख कम लगना या ना लगना, खाना खाने के कुछ समय बाद दर्द शुरू हो जाना इत्यादि समस्याएं इसके लक्षण हैं.

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