किडनी शरीर का काफी महत्वपूर्ण अंग है. यह शरीर के अंदर खून में बने वेस्ट मैटेरियल को बाहर निकालने का काम करता है. बॉडी में तरल पदार्थों को संतुलन में रखने का काम भी किडनी करता है. शरीर में बनने वाले अतिरिक्त सोडियम, फॉस्फोरस, पानी, नमक, पोटैशियम जैसी चीजों को पेशाब के रास्ते बाहर निकालने का काम किडनी करता है. शरीर का पूरा ब्लड दिन में कब से कम 40 बार किडनी से होकर गुजरता है.
अगर किडनी के फंक्शन में किसी तरह की समस्या होती है तो जानलेवा साबित हो सकती है. यही कारण है कि किडनी की सेहत का हमेशा ख्याल रखना चाहिए. क्योंकि जब शरीर में मिनिरल्स और सॉल्ट ज्यादा बनने लगते हैं तो यह किडनी में जाकर हार्ड फॉर्म में जमा हो जाता है. जिसे किडनी स्टोन कहते हैं. इससे किडनी फंक्शन में परेशानी हो सकती है.
हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, किडनी में स्टोन होने का पहला संकेत लोअर बैक में दर्द होना होता है. कुछ लोगों में तो यह काफी तेज होता है और कुछ लोगों में हल्का. कभी-कभी यह दर्द लोउर ग्रोइन एरिया तक भी जा सकता है. इसकी वजह से पेशाब करते वक्त जलन भी हो सकती है.
पेशाब का रंग बदलना किडनी स्टोन के शुरुआती लक्षणों में से एक है. अगर किसी को किडनी स्टोन है तो पेशाब का कलर पिंक, लाल या ब्राउन हो सकता है. इसकी वजह से पेशाब में खून भी आ सकता है. बार-बार पेशाब लगना और तेज पेशाब आना भी किडनी स्टोन के संकेत है.
हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, कुछ लोगों को किडनी स्टोन होने पर फीवर भी होने लगता है. तेज बुखार और शरीर में कंपकपी के साथ उल्टी-मतली होना किडनी स्टोन के संकेत हो सकते हैं.
अगर किसी को किडनी स्टोन है तो बुखार होने के बाद काफी कमजोरी और थकान महसूस होने लगता है. कई बार तो चक्कर की परेशानी भी होने लगती है. ऐसा होने पर डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए.
किडनी स्टोन होने पर कुछ लोगों में लोअर बैक पेन की अलावा पेट के नीचे दर्द होने लगता है. किडनी फेल्योर होने की प्रॉब्लम पर यह समस्या काफी ज्यादा बढ़ सकती है.
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