क्या आप जानते हैं कि हम जो खाते हैं उसका सीधा असर हमारे शारीरिक या मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है? डिप्रेशन, एन्जॉयटिक या ऐसी कई मानसिक समस्याएं जो हमारे खान-पान से पैदा होती हैं।फलों और हरी सब्जियों का सेवन हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है।मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के लिए हमें अपने डाइट चार्ट में हरी सब्जियों को शामिल करना चाहिए। जिससे हमारा शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य भी बेहतर रहे।जिस तरह हरी पत्तेदार सब्जियों में अवसादरोधी गुण होते हैं, उसी तरह फल भी मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं।
साबुत अनाज: साबुत अनाज का सेवन शरीर के लिए बहुत अच्छा माना जाता है।इन्हे काम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट की श्रेणी में रखा गया है।यह शरीर में सेरोटोनिन के स्राव को बढ़ाता है जिससे व्यक्ति हमेशा खुश महसूस करता है।इसी तरह आटा, सफेद चावल और मैदा ब्रेड में साधारण कार्बोहाइड्रेट होते हैं .जो हमारे शरीर के लिए फायदेमंद नहीं होते हैं।दलिया सोया ब्राउन चावलऔरओट्स बीन्स ये अनाज के अच्छे उदाहरण हैं. बीन्स में एंटीऑक्सिडेंट जो याददाश्त को तेज़ करता है
चिया नीड्स : दैनिक आहार में चिया नीड्स को शामिल करने से सेरोटोनिन के स्राव को बढ़ाने में मदद करता है जिससे हमारा मूड अच्छा होता हैसाथ ही इसमें पाया जाने वाला ओमेगा 3 फैटी एसिड तनाव और चिंता को कम करता है।
दही पनीर: पनीर में पाया जाने वाला विटामिन बी12 मानसिक स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।अच्छी सेहत के लिए दही कितना जरूरी है ये तो सभी जानते हैं। प्रोबायोटिक दही हमारे तनाव और अवसाद को कम करता है।
नट्स अखरोट: अखरोट और सूखे मेवे, जिनके नियमित सेवन से मानसिक तनाव कम होता है। ये दिमाग को मजबूत बनाने में बहुत मदद करते हैं।
फल और सब्जियां: हरी सब्जियों का सेवन हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है।मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के लिए हमें अपने डाइट चार्ट में इन फलों और हरी सब्जियों को शामिल करना चाहिए। जिससे हमारा शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य भी बेहतर रहे।जिस तरह हरी पत्तेदार सब्जियों में अवसादरोधी गुण होते हैं, उसी तरह फल भी मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं।
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