अपच एक ऐसी समस्या है, जो तकरीबन हर उम्र के लोगों में सामन रूप से पाई जा सकती है. पेट में जलन और ज्यादा न खाने के बावजूद पेट भरा हुआ महसूस होना निश्चित रूप से अच्छा नहीं है. इससे अनियमित मल त्याग की समस्या भी होती है. ये एक इनएक्टिव लाइफस्टाइल से लेकर भारी मात्रा में फैटी फूड्स का सेवन करने के कारण सकता है. हमारी डाइट का सीधा संबंध कब्ज, एसिड रिफ्लक्स या अपच की भावना से है. अपच का इलाज कैसे करें?
यह कहने की जरूरत नहीं है कि अगर इसका ठीक से इलाज न किया जाए तो यह भारीपन, दर्द और यहां तक कि मतली सहित बड़ी मात्रा में असुविधा का कारण बन सकता है. वैसे तो गंभीर अपच के लिए दवाएं हैं, लेकिन अक्सर हम ऐसे उपायों को तलायाते हैं जो बिना दवा के ही राहत दिला सकें. छोटी-मोटी परेशानियों के लिए हम प्राकृतिक रूप से इलाज को प्राथमिकता देते हैं.
अदरक लंबे समय से खांसी और जुकाम, कब्ज या अपच जैसी कई समस्याओं को ठीक करने से जुड़ा हुआ है. विशेषज्ञों के अनुसार, इसमें जिंजरोल सहित एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो अपच और मतली से राहत के लिए जाने जाते हैं. जबकि इसमें फेनोलिक यौगिक होने से ये गैस्ट्रिक संकुचन को कम करने में भी मददगार है, जिससे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल जलन से राहत मिलती है. अदरक को आसानी से आपके कई डिटॉक्स ड्रिंक्स और एक कप चाय में मिलाया जा सकता है.
यूएसडीए के अनुसार, 100 ग्राम अंगूर में 4 ग्राम फाइबर होता है, जो हमारे मल को बढ़ाने के लिए जाना जाता है और भोजन को पाचन तंत्र से आसानी से गुजरने में मदद करता है. अंगूर को ऐसे ही खा सकते हैं, उसका रस निकाल सकते हैं या सलाद में डाल सकते हैं.
संतरा एक और फाइबर से भरपूर फल है जो घुलनशील फाइबर, पेक्टिन से भरपूर होता है. यह कोलोनिक ट्रांजिट टाइम को तेज करने में मदद करता है और कब्ज को भी कम करता है. सर्दियों के फल में नारिन्जेनिन नामक फ्लेवनॉल भी होता है. शोधकर्ताओं ने पाया कि ये रेचक की तरह काम कर सकता है. आप संतरे का जूस निकाल सकते हैं, इसे फ्रूट चाट में मिला सकते हैं या ऐसे ही खा सकते हैं.
असंख्य लाभों से भरपूर एक अद्भुत इंडियन बेरी, आंवला कामोत्तेजक, मूत्रवर्धक, रेचक, वायुनाशक, जीवाणुरोधी, एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटीवायरल गुणों का दावा करता है जो आपकी पाचन प्रक्रिया को उत्तेजित करने में मदद करता है. अपच, हार्ट बर्न या एसिडिटी का इलाज करता है.
सिर्फ विटामिन सी ही नहीं, नींबू कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस और पोटेशियम जैसे आवश्यक विटामिन और खनिजों से भरपूर होता है. इसमें पेक्टिन फाइबर की मौजूदगी का भी दावा किया जाता है जो पाचन स्वास्थ्य में सुधार के लिए जाना जाता है.
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