अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण (आईएफएससीए) के चेयरमैन के. राजारमण ने देश में सोना शोधन इकाइयां स्थापित करने का बृहस्पतिवार को आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि भारत दुनिया में सोने का एक प्रमुख खरीदार है। इस क्षेत्र में मूल्य श्रृंखला में आगे बढ़ने की भी काफी गुंजाइश है।
राजारमण ने कहा, ‘‘बड़ा खरीदार होने के कारण शोधन (रिफाइनिंग) का बेहतरीन अवसर है। भारत शोधन के लिए करीब 250 टन डोर का आयात करता है। मुझे लगता है यह देखना दिलचस्प होगा कि गिफ्ट सिटी में शोधन शुरू किया जा सकता है या नहीं। उचित नियम लागू हैं और यदि किसी और सुधार की आवश्यकता है तो हम उस पर भी विचार कर सकते हैं।”
उन्होंने कहा कि इसे सुविधाजनक बनाने के लिए कर नीतियों या सीमा शुल्क शुल्कों में कुछ बदलाव की आवश्यकता हो सकती है और ” हम निश्चित रूप से इस पर गौर करेंगे।”
राजारमण ने यहां आईआईएम अहमदाबाद- आईजीपीसी (इंडिया गोल्ड पॉलिसी सेंटर) द्वारा आयोजित एक स्वर्ण सम्मेलन में यह बात कही।
आईएफएससीए की स्थापना 27 अप्रैल 2020 को अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण अधिनियम, 2019 के तहत की गई थी। इसका मुख्यालय गुजरात की गिफ्ट सिटी (गांधीनगर) में है।
– एजेंसी