मिडिल ईस्ट में बढ़ रहा है युद्ध का खतरा, अमेरिका ने तैनात किए वॉरशिप

हमास के पॉलिटिकल चीफ की हत्या के बाद गाजा जंग के पूरे क्षेत्र में फैलने की संभावनाएं बढ़ गई है. ईरान समर्थित हूती लाल सागर में और ज्यादा सक्रिय हो गए हैं. ईरान की जवाबी कार्रवाई की संभावना के बाद इजराइल अलायंस अमेरिका और ब्रिटेन नें भी लाल सागर में अपनी मौजूदगी बढ़ानी शुरू कर दी है. ब्रिटिश मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस ने शनिवार शाम को बताया कि दक्षिणी यमन के अदेन से 125 NM पूर्व में एक जहाज पर मिसाइल से हमला किया गया है.

UKMTO ने ये भी कहा कि हमले में जहाज को कोई नुकसान नहीं हुआ है. हूती के प्रवक्ता याह्या सारी ने हाल ही में बताया था कि पिछले महीने उन्होंने अमेरिकी जहाज मेर्सक सेंटोसा को अरब सागर में निशाना बनाया है. इसके अलावा अदेन की खाड़ी में गश्त कर रहे इजराइली MSC पटनारी शिप पर कई ड्रोनों से सीधे हमला किया है.

अमेरिका के बाद ब्रिटेन सरकार ने शनिवार को ऐलान किया कि वे तेहरान में हमास के राजनीतिक नेता इस्माइल हानिया की हत्या के बाद बढ़े तनाव को देखते हुए मध्य पूर्व में और सैन्य कर्मियों को तैनात करेगी. सरकार ने बयान में कहा कि ब्रिटिश नागरिकों की सुरक्षा और दूतावास के परिचालन में मदद के लिए वे इस क्षेत्र में और ज्यादा कर्मी तैनात करने पर विचार कर रहा है.

हानिया की मौत के बाद ईरान और उसकी प्रॉक्सीज की बदले धमकियों के बाद अमेरिका, ब्रिटेन और इजराइल अपने अलायंस के साथ मिलकर एक गठबंधन सेना बनाने पर विचार कर रहे हैं. अमेरिकी सेना ने इजराइल पर किसी भी हमले की स्थिति से निपटने के लिए मध्य पूर्व में पहले ही 12 युद्धपोत तैनात कर दिए हैं. ये युद्धपोत कई फाइटर जेट, एयर डिफेंस सिस्टम से लैस हैं.