भारतीय बल्लेबाज तिलक वर्मा ने कहा कि वर्षाबाधित दूसरे वनडे में दक्षिण अफ्रीका की पांच विकेट से जीत में स्पिनर तबरेज शम्सी और एडेन मार्कराम के बीच के ओवर निर्णायक साबित हुए।
पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 19.3 ओवर में सात विकेट पर 180 रन बनाये थे जब बारिश के कारण खेल रोकना पड़ा। दक्षिण अफ्रीका को डकवर्थ लुईस प्रणाली के आधार पर 15 ओवर में 152 रन का लक्ष्य मिला जो उसने 13 . 5 ओवर में हासिल कर लिया।
वर्मा ने मैच के बाद कहा, ‘‘पहली पारी में विकेट धीमा था। नई गेंद सीम ले रही थी और हमने अनुमान नहीं लगाया था कि मार्कराम और शम्सी की गेंदबाजी के दौरान विकेट ऐसा होगा। शम्सी और मार्कराम के ओवरों के कारण हम 200 रन तक नहीं पहुंच सके।”
भारत की गेंदबाजी के बारे में पूछने पर उन्होंने स्वीकार किया कि पावरप्ले में काफी रन दिये गए लेकिन उन्होंने कहा कि गीली आउटफील्ड और ओस के कारण भारतीय गेंदबाजों को मुश्किलें आई।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने पावरप्ले में फालतू रन दिये। उसके बाद वापसी की लेकिन गीली आउटफील्ड के कारण गेंद पर पकड़ नहीं बन रही थी। हम गेंदबाजी में अब बेहतर रणनीति के साथ उतरेंगे।”
– एजेंसी