सेना के तीनों अंगों की संपूर्ण महिला टुकड़ी ने कर्तव्य पथ पर मार्च किया

गणतंत्र दिवस परेड के इतिहास में पहली बार सेना, नौसेना और वायुसेना की सैन्य पुलिस कोर की महिला सैनिकों की एक टुकड़ी ने शुक्रवार को कर्तव्य पथ पर पर मार्च किया।

कैप्टन संध्या (26) के नेतृत्व में इस दल ने सेना की तीनों सेवाओं के बीच संयुक्तता, निष्ठा और तालमेल का प्रतिनिधित्व किया।

परेड से पहले संध्या ने कहा, ”मैं इसका नेतृत्व करने का अवसर पाकर खुद को भाग्यशाली महसूस कर रही हूं। यह मेरे साथ-साथ टीम के प्रत्येक सदस्य के लिए गर्व का क्षण है।”

इस दल में भाग लेने वाले सदस्य उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों, ऊंचाई वाले क्षेत्रों और रेगिस्तानी इलाकों में तैनात विभिन्न इकाइयों और प्रतिष्ठानों से आते हैं।

गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर सरकार की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि उन्होंने विभिन्न संयुक्त अभ्यासों और संयुक्त राष्ट्र मिशनों में असाधारण प्रदर्शन किया है।

इसमें कहा गया है, ”उन्होंने स्काई डाइविंग और ‘श्वेत अश्व मोटरसाइकिल डिस्प्ले टीम’ जैसी साहसिक गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लिया है। महिला योद्धाओं ने खेल के क्षेत्र में भी देश का नाम रोशन किया है।”

बयान में इस बात का उल्लेख किया गया है कि सूबेदार प्रीति रजक ने एशियाई खेलों में निशानेबाजी में रजत पदक जीता है।

बयान के अनुसार, अग्निपथ योजना के माध्यम से महिलाओं के प्रवेश की शुरुआत के बाद से वायु सेना में 450 अग्निवीरों, नौसेना में 1,100 अग्निवीरों और सेना में 100 अग्निवीरों ने अपना प्रशिक्षण पूरा कर लिया है और उन्हें विभिन्न इकाइयों और शाखाओं में शामिल किया गया है।

– एजेंसी