केन्द्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि कपड़ा मंत्रालय वर्ष 2030 तक उद्योग को 300 बिलियन अमेरिकी डॉलर के बाजार आकार तक पहुंचाने और कपड़ा मूल्य श्रृंखला में 6 करोड़ लोगों को रोजगार प्रदान करने में मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है, मंत्रालय ने रविवार को एक विज्ञप्ति में कहा।
कपड़ा मंत्री सिंह ने पश्चिम बंगाल के नादिया के फुलिया में भारतीय हथकरघा प्रौद्योगिकी संस्थान के नए स्थायी परिसर का उद्घाटन किया। संस्थान के नए परिसर का निर्माण अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग करके 5.38 एकड़ भूमि के विशाल परिसर में 75.95 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है।
इस भवन में आधुनिक बुनियादी ढाँचा है जिसमें स्मार्ट क्लास, डिजिटल लाइब्रेरी और आधुनिक और अच्छी तरह से सुसज्जित परीक्षण प्रयोगशालाएँ शामिल हैं। नया परिसर एक आदर्श शिक्षण स्थल होगा और हथकरघा तथा वस्त्र प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उत्कृष्टता केंद्र के रूप में कार्य करेगा तथा पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड और सिक्किम के छात्रों की शैक्षिक आवश्यकताओं को पूरा करेगा।
7 दिसंबर को एएनआई से बात करते हुए सिंह ने कहा, “वस्त्र विभाग ने निर्णय लिया है कि भारत का कपड़ा बाजार मौजूदा 176 बिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 300 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो जाएगा। पिछले अक्टूबर में वस्त्रों का निर्यात 11 प्रतिशत और परिधानों का 35 प्रतिशत बढ़ा। मुझे उम्मीद है कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में हम नई ऊंचाइयों को छुएंगे।”
इस बीच, अक्टूबर के दौरान भारत से वस्त्र निर्यात पिछले वर्ष के इसी महीने की तुलना में लगभग 11.56 प्रतिशत बढ़कर 1,833.95 मिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया। वहीं, अक्टूबर की इसी अवधि के दौरान परिधान निर्यात में 35.06 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई, जो 1,227.44 मिलियन अमरीकी डॉलर रहा, यह जानकारी भारतीय कपड़ा उद्योग परिसंघ ने सरकारी आंकड़ों का हवाला देते हुए एक रिपोर्ट में दी।
अक्टूबर 2024 में कपड़ा और परिधान का संचयी निर्यात अक्टूबर 2023 की तुलना में 19.93 प्रतिशत बढ़ा। आंकड़ों से पता चला कि अप्रैल-अक्टूबर के दौरान भारतीय कपड़ा निर्यात में पिछले वर्ष की तुलना में 4.01 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई, जबकि परिधान निर्यात में इसी अवधि के दौरान 11.60 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
केंद्र सरकार की निवेश प्रोत्साहन और सुविधा एजेंसी इन्वेस्ट इंडिया के अनुसार, भारत का कपड़ा उद्योग विस्तार की कगार पर है, कुल कपड़ा निर्यात वित्त वर्ष 26 तक 65 बिलियन अमरीकी डॉलर तक पहुँचने का अनुमान है।
इन्वेस्ट इंडिया के अनुसार, 2022 में घरेलू कपड़ा बाजार का मूल्य लगभग 165 बिलियन अमेरिकी डॉलर होगा, जिसमें घरेलू बिक्री से 125 बिलियन अमेरिकी डॉलर और निर्यात से 40 बिलियन अमेरिकी डॉलर शामिल हैं। अनुमानों से पता चलता है कि बाजार 10 प्रतिशत की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 2030 तक 350 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुँच जाएगा।