थानेदार (थाने में आने वाले व्यक्ति से)- कहिए जनाब आपका क्या खो
गया?
व्यक्ति-पहले याददाश्त खो गई। अब घर नहीं मिल रहा है।😜😂😂😂😛🤣
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राम (श्याम से)- जब पिछले साल हम मुंबई गए थे तब कौन से होटल में
ठहरे थे?
श्याम (राम से)- जरा रुको, चम्मच देखकर बताता हूं।😜😂😂😂😛🤣
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भिखारी (शर्मा जी से) -दो दिन से भूखा हूं साहब कुछ मदद करो।
शर्मा जी (भिखारी से)- तुम भिखारी तो नहीं लगते। ये लो दस का नोट
और बताओ तुम्हारी ये हालत कैसे हुई?
भिखारी (शर्मा जी से)-जी मैं भी आपकी तरह फिजूलखर्च था।😜😂😂😂😛🤣
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नगर परिषद चुनाव में एक उम्मीदवार का चुनाव चिह्न साइकिल था। रात
के समय घरो में वोट मांगते समय एक बुढ़िया को घर के दरवाजे में बैठे
देखकर कहा, ‘माता जी साइकिल का ध्यान रखना।
बुढ़िया ने कहा, ‘बेटा दरवाजे के अंदर खड़ी कर दो, बाहर से कोई उठा न
ले जाये।
किरायेदार (मकान मालिक से)- इस महीने मैं आपको मकान का किराया
नहीं दूंगा।
मकान मालिक – यही बात तुमने पिछले महीने भी कही थी।
किरायेदार – तो क्या हुआ, मैं तो अपना वचन निभा रहा हूं।😜😂😂😂😛🤣
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न्यायधीश (चोर से)- ‘ठीक-ठीक बताओ कि तुमने चोरी की या नहीं?‘
चोर (न्यायधीश से)- ‘पर सरकार, मैं कैसे बता सकता हूं?‘
न्यायधीश (चोर से)- ‘क्यों नहीं बता सकते?‘
चोर (न्यायधीश से)- ‘यह तो मेरा वकील ही बताएगा। इसी काम के लिए
ही तो मैंने फीस भरी है।‘😜😂😂😂😛🤣