भारत के विश्व गुरु बनने की बातें अटल जी की मंशा के अनुरूप: मुंजपारा

केन्द्रीय आयुष और महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री डॉ. महेंद्र मुंजपारा ने कहा है कि 2047 से पहले भारत के विश्व गुरु बनने की जो बातें आज हो रही हैं उसके पीछे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की मंशा थी।

श्री मुंजपारा ने सोमवार को यहां प्रधानमंत्री संग्रहालय में श्री वाजपेयी की जयंती पर तीसरी बार अटल गौरव सम्मान और पहली बार अंतरराष्ट्रीय अटल अवार्ड के लिये आयोजित समारोह में कहा कि आज भारत विश्व अर्थव्यवस्था में पांचवें नंबर पर है और जल्द ही भारत तीसरे नंबर पर होगा, इसके पीछे भी अटल जी का ही हाथ रहा है। अटल फाउंडेशन भी उनके नक्शे कदम पर समाज के लिये कार्य करते हुये देश को आगे बढ़ाने में सहयोग कर रहा है। फाउंडेशन का ये कदम बहुत सराहनीय है।

इस बार देश के विभिन्न क्षेत्रों से आये हुये आवेदनों में से अटल गौरव सम्मान के लिये 35 और अंतरराष्ट्रीय अवार्ड के लिये विभिन्न राष्ट्रों के सक्षम उम्मीदवारों में से 11 आवेदनों का चयन किया गया ।

अटल गौरव सम्मान से सम्मानित केरल के गीता बाबू ने कहा, “मुझे यह अवार्ड लेते हुये बहुत खुशी हो रही है। मैं जरूरतमंदों की मदद के लिये पहले भी आगे आता रहा हूं, लेकिन इस अवार्ड से मुझे जरूरतमंदों की सेवा करने की और प्रेरणा मिलेगी। ”

अजय पॉली प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक अवनीश सिंह बिसेन को ‘ मेक इन इंडिया ’ श्रेणी में ‘अंतरराष्ट्रीय अटल सम्मान ’ से नवाजा गया। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने शुरू से ही अटल जी के नक्शे कदमों पर चलने की कोशिश की है। मैं यह अवार्ड पाकर बहुत खुश हूं। आगे भी इसी प्रकार मैं मेक इन इंडिया के लिए कार्य करता रहूंगा। ”

नेपाल के बारा सीट से सांसद कृष्ण कुमार श्रेष्ठ को ‘अंतरराष्ट्रीय अटल सम्मान ’ से नवाजा गया। उन्हें द्विपक्षीय शांति के श्रेणी में यह सम्मान दिया गया। उन्होंने यह अवार्ड लेने के बाद कहा, ‘‘मैने अटल जी के आदर्शों से प्रेरणा लेकर ही खुद को समाज के लिये समर्पित किया है। वह बहुत ही शांतिप्रिय थे, लेकिन उनकी कही बातें दिलों तक छू जाती थीं। वह हमेशा से उनकी प्रेरणास्रोत रहे हैं। मैं खुश हूं कि मुझे अंतरराष्ट्रीय अटल अवार्ड से सम्मानित किया गया। ”
दक्षिण कोरिया से श्री टोनी इल सुप्सोंग ने सम्मान लेते हुये कहा, ‘‘मेरे लिये यह बड़े सौभाग्य की बात है कि मुझे इस सम्मान के लिये जूरी ने चुना। मैं अटल जी के सिद्धांतों का पुरजोर समर्थन करता हूं और उन्हें सार्थक करने के लिये काम करता रहूंगा।”

अटल फाउंडेशन के सौजन्य से अटल जी के जीवन चरित्र पर प्रत्येक वर्ष एक समारोह का आयोजन किया जाता है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चयनित 11 आवेदनों में चार विदेशी भारतीय नागरिकों को ‘ अंतरराष्ट्रीय अटल अवार्ड ‘ से सम्मानित किया गया।

– एजेंसी