समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि पार्टी संस्थापक एवं पूर्व रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव के बताये हुए रास्ते पर चलकर सपा को नई बुलंदियों पर पहुंचाना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
अखिलेश ने पूर्व रक्षा मंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे अपने दिवंगत पिता मुलायम सिंह यादव की जयंती पर पैतृक गांव सैफई में आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में कहा, ”नेता जी (मुलायम सिंह यादव) ने ऐसे—ऐसे फैसले लिये जिन्होंने देश की राजनीति को मोड़ने का काम किया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यहां जितने भी लोग बैठे हैं उन सबके पास नेताजी की कुछ न कुछ यादें हैं। आज नेताजी हमारे बीच नहीं हैं। नेताजी ने खुशहाली और विकास का जो रास्ता दिखाया, वंचितों को सम्मान दिलाया, हम इस रास्ते पर चलकर इस विचारधारा को और मजबूत करेंगे और यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।”
उन्होंने कहा, ”मुझे भरोसा है कि हमेशा देश या फिर लोकतंत्र पर जब कभी कोई संकट आया तो नेताजी ने सामने खड़े होकर उस संकट से बचाने का काम किया है। समाजवादी लोग भी समाजवादी विचारधारा को और मजबूत बनाने का काम करेंगे।”
अखिलेश ने सैफई में बनने जा रहे मुलायम सिंह यादव के स्मारक का जिक्र करते हुए कहा कि यह स्मारक आने वाली पीढ़ियों के लिये प्रेरणा का स्थान बनेगा और यह एक प्रकाश स्तंभ की तरह काम करेगा।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके अखिलेश ने कहा कि मुलायम सिंह यादव राजनीति में भले ही कितनी भी ऊंचाई पर पहुंच गये हों लेकिन वह अपने पुश्तैनी गांव सैफई को कभी नहीं भूले।
उन्होंने कहा कि कई लोगों ने सुझाव दिया कि उनका स्मारक लखनऊ में बनना चाहिये लेकिन बाद में यह तय किया गया कि जिस सैफई की मिट्टी में खेलकर मुलायम बड़े हुए और राजनीति की, वहीं पर उनका देश का सबसे बेहतरीन स्मारक बनेगा।
उन्होंने कहा कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन की तरह मुलायम सिंह यादव ने भी करोड़ों लोगों का जीवन बदलकर उन्हें मान—सम्मान दिलाया, लिहाजा यादव का स्मारक भी लिंकन के मेमोरियल से प्रेरणा लेकर बनाया जाएगा।
इससे पहले, अखिलेश यादव ने अपने पिता की याद में बनाये जाने वाले स्मारक का भूमि पूजन और शिलान्यास किया। यह स्मारक 8.3 हेक्येटर जमीन पर बनेगा। इसके निर्माण की अनुमानित लागत 80 करोड़ रुपये है।
– एजेंसी