गिलियन-बैरे सिंड्रोम (GBS) एक पोस्ट-इंफेक्शियस न्यूरोलॉजिकल बीमारी है, जो पुणे शहर में तेजी से फैल रही है। समय रहते इसका इलाज करना जरूरी हो जाता है क्योंकि यह बीमारी नर्वस सिस्टम को नुकसान पहुंचाती है और अगर इसे नजरअंदाज किया जाए, तो यह जीवन के लिए खतरे की स्थिति उत्पन्न कर सकती है। हाल ही में इस बीमारी के कारण एक मरीज की मौत हो चुकी है। कैम्पिलोबैक्टर जेजूनी बैक्टीरिया, जो आमतौर पर पेट के संक्रमण का कारण बनता है, गिलियन-बैरे सिंड्रोम को ट्रिगर कर सकता है। यह एक गंभीर स्थिति है, जिसमें शरीर की इम्यून सिस्टम नर्वस सिस्टम पर हमला करती है।
क्या कहते हैं हेल्थ एक्सपर्ट्स?
डॉक्टर्स के अनुसार, गिलियन-बैरे सिंड्रोम से बचने के लिए सबसे जरूरी कदम बाहर का खाना खाने से बचना है। यह बीमारी विशेष रूप से कैम्पिलोबैक्टर जेजूनी बैक्टीरिया से फैलती है, जो गैस्ट्रोएंटेराइटिस का कारण बनता है। इसके अतिरिक्त, इस बीमारी के कई अन्य कारण भी हो सकते हैं, लेकिन यह एक ऐसा कारण है, जिसे हम अपनी डाइट और जीवनशैली में बदलाव करके बच सकते हैं। डॉक्टरों का कहना है कि इस बीमारी से बचने के लिए गंदे पानी से बचें और अपनी डाइट में चीज, पनीर और चावल जैसी चीजों को शामिल न करें।
कैसे खतरनाक हैं ये चीजें?
पनीर, चावल और डेयरी प्रोडक्ट्स जैसे पनीर में बैक्टीरिया पनपने की संभावना अधिक होती है क्योंकि इनमें नमी की मात्रा ज्यादा होती है। अगर इन्हें सही तरीके से स्टोर नहीं किया जाता, तो इनमें लिस्टेरिया, साल्मोनेला और ई. कोली जैसी बैक्टीरिया हो सकते हैं। इसके अलावा, पके हुए चावल में बेसिलस सेरेस बैक्टीरिया हो सकता है, जो रूम के तापमान पर बैक्टीरिया उत्पन्न करते हैं। इन खाद्य पदार्थों को फ्रिज में रखना जरूरी है, ताकि बैक्टीरिया के पनपने की संभावना कम हो और आप इन्हें सुरक्षित रूप से खा सकें।
गिलियन-बैरे सिंड्रोम के संकेत
हाथों और पैरों में सुन्नता
हाथों और पैरों में झुनझुनी
मांसपेशियों में कमजोरी
चेहरे, आंख, छाती और अंगों की मांसपेशियों का पैरालिसिस
छाती की मांसपेशियों का पैरालिसिस, जिससे सांस लेने में समस्या हो सकती है।
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