हमीरपुर (एजेंसी/वार्ता) हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले के सभी 11 वार्डों में आवारा कुत्ते लोगों के लिए एक बड़ी मुसीबत बन चुके हैं और उन्हें इससे छुटकारा प्राप्त करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है सुबह से लेकर देर रात तक सैकड़ों कुत्ते शहर के सभी इलाकों में समूह बनाकर घूमते रहते हैं जिससे लोगों विशेष रूप से बच्चों की जान खतरे में रहती है।
प्रशासन का ध्यान इस समस्या पर तब गया जब आवारा कुत्तों ने एक ढाई वर्षीय बच्ची को को काट लिया, लेकिन उन जानवरों के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है शहर का कोई वार्ड ऐसा नहीं है, जहां घरों में लोगों ने पालतू कुत्ते नहीं पाल रखे हों, लेकिन नगर परिषद के पास इसका कोई रिकॉर्ड नहीं है कि शहर में कितने पालतू और कितने आवारा कुत्ते हैं।
आवारा कुत्तों के डर से स्थानीय लोगों का सुबह-शाम शहर में टहलना मुश्किल हो चुका है और वे दहशत में जी रहे हैं।
शहर के लोग कई वर्षों से स्थानीय प्रशासन से पालतू कुत्तों का पंजीकरण करने और आवारा कुत्तों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है।
हालांकि हमीरपुर नगर परिषद के ईओ, अक्षित गुप्ता ने कहा है कि फिलहाल नगर परिषद में पालतू कुत्तों का पंजीकरण करने की कोई व्यवस्था नहीं है, लेकिन 08 दिसंबर के बाद नगर परिषद की बैठक में इस समस्या पर कार्रवाई की जाएगी उन्होंने यह भी कहा कि पशुपालन विभाग के सहयोग से आवारा कुत्तों की नसबंदी के लिए एक अभियान चलाया जाएगा।
एजेंसी/वार्ता
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