मौसम में मौजूद नमी के कारण वायरस और बैक्टीरिया पनप रहे हैं. इसी कारण लोगों के गले में खराश, जुकाम, खांसी, बुखार जैसी समस्याएं हो रही हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि खराश, जुकाम और खांसी के लिए मुलेठी रामबाण औषधि है. आयुर्वेद में यह कफ प्रकोप में बेहद लाभकारी मेडिसिन के रूप में जानी जाती हैं.
मुलेठी चबाना
मलेठी खाने स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद है. खांसी, जुकाम और गले की खराश में इससे तुरंत राहत मिलती है. मुलेठी में बिना कुछ मिलाए, केवल उसे चबाकर खाने से ही गले की खरास में आराम मिल जाता है. इससे तुरंत गला भी साफ हो जाता है.
मुलेठी का पानी
मुलेठी को बारीक तरीके से पीस लिजिए. एक गिलास बराबर पानी गुनगुना कर लिजिए. गुनगुने पानी में आधा चम्मच मुलेठी डालकर धीरे धीरे पीये. रोजाना मुलेठी इस तरह से पीने से गले से इन्फेक्शन पूरी तरह खत्म हो जाएगा.
मुलेठी की चाय
सीनियर आयुर्वेदिक डॉक्टर हितेश कौशिक ने बताया कि मुलेठी की चाय पीना भी गले के लिए फायदेमंद है. एक कप उबलते हुए पानी में थोड़ी सी मुलेठी काटकर डाल दो. इसमें थोड़ अदरक भी डाल दो. उबल जाने पर थोड़ा ठंडा कर लें और धीरे धीरे पीये.
मुलेठी काढ़ा
मुलेठी का काढ़ा बनाकर भी पीना भी लाभकारी होता है. एक चुटकी दाल चीनी पाउडर, काली मिर्च पाउडर, कुछ तुलसी की पत्तियों को पानी में डाल लें. इसके साथ ही एक चौथाई मुलेठी के पाउडर को उसमें डाल लें. इसे 5 मिनट तक उबाले और बाद में एक चम्मच शहद मिलाकर पीने से बहुत राहत मिलती है.
यह भी पढे –
थायराइड के बारे में ज्यादातर लोगों को ये गलतफहमियां हैं , कहीं आप भी तो नहीं है इसका शिकार