नवजात शिशु बहुत ही नाजुक होते है इनकी मुलायम त्वचा का ख्याल भी हमें बड़े ही ध्यान से रखना चाहिए। इन बच्चों को त्वचा को एक्स्ट्रा केयर की जरूरत होती है। बच्चों के पोषण के लिए मां का दूध सर्वोत्तम आहार माना जाता है। नवजात शिशु की देखभाल करते समय हमें कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए। आइए जानते है क्या है विशेष बातें,
बच्चे को स्तनपान अवश्य कराएं
जैसा कि हम सभी को पता है की नवजात शिशुओं के लिए माँ का दूध ही सर्वोत्तम आहार माना जाता है। माँ के दूध में सभी प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते है जो हमारे शरीर के लिए जरूरी होते है, सभी मां के लिए स्तनपान कराना बहुत जरूरी है ये दोनो की ही सेहत के लिए अच्छा है इससे जच्चा बच्चा दोनो को ही लाभ मिलता है।
शिशुओं का रोना
वैसे तो बच्चों के रोने पर यह जरूरी नहीं है कि उसे तकलीफ है। भूख की वजह से भी बच्चे रोते है। अगर बच्चे रोते गई तो उन्हे प्यार से चुप कराए। अगर बच्चा जरूरत से ज्यादा रोए तो उसे तुरंत डॉक्टर को दिखाए। कभी कभी बच्चों के पेट में गैस की तकलीफ होने की वजह से भी बच्चे रोते हैं।
बच्चे के कपड़ों की सफाई
बच्चों के कपड़े हमेशा साफ सुथरे रखने चाहिए। कपड़ों का चयन ऐसा हो की जो मुलायम हो, सूती और कॉटन के कपड़ों का इस्तेमाल करना चाहिए। ये याद रखे बच्चों के कपड़ों को धोने के लिए हमेशा लाइट डिटर्जेंट का प्रयोग करना चाहिए, कठोर डिटर्जेंट बच्चों की त्वचा को नुकसान पहुंचा सकते है।
बच्चे का संतुलित पोषण
जैसा कि हम सभी जानते है की माँ का दूध बच्चे के लिए सर्वोत्तम आहार है। छह महीने तक बच्चों को मां का दूध ही पिलाना चाहिए । छह महीने के बाद बच्चे को मेश किया केला, उबालकर सेव फल का गूदा, फलों का जूस, दाल का पानी इन सभी का सेवन करना चाहिए।
टीकाकरण और स्वास्थ्य का रखें ध्यान
टीकाकरण या फिर वैक्सीन बच्चों के लिए बेहद जरूरी है को की समय पर जाकर डॉक्टर के नियमानुसार अवश्य लगवाएं। साथ ही बच्चों के वजन पर भी ध्यान दें। पोलियो की पिलाई जाने वाली ड्रॉप को भी हमेशा पिलाएँ।
बच्चे की मसाज जरूर करें
बच्चों की मालिश के लिए सही तेल का चयन करना चाहिए। मालिश भी हमेशा हल्के हाथों से की जानी चाहिए। मालिश करने से बच्चों का शारीरिक विकास अच्छा होता है। मालिश के लिए जैतून का तेल, बादाम का तेल या कोकोनट ऑइल का उपयोग कर सकते है।
शिशु को स्नान कराएं
नवजात शिशु के लिए हाइजीन को व्यवस्थित रखना भी आवश्यक है, और उसके लिए समय समय पर बच्चों को नहलाते रहिए जिससे उन्हें त्वचा के इंफेक्शन से दूर रखा जाए। शिशु को नहलाने के लिए पानी का तापमान जरूर चेक करना चाहिए। न ही पानी ज्यादा गर्म न ही ज्यादा ठंडा, गुनगुना पानी ही बच्चों के लिए सही रहता है कहलाते समय सही ph वाले साबुन और शैंपू का उपयोग करना चाहिए।
शिशुओं के त्वचा का ख्याल रखे
बाजार में मिलने वाले कई बेबी प्रोडक्ट्स पर हम भरोसा कर लेते है लेकिन शिशु के कॉस्मेटिक्स को बहुत सावधानी पूर्वक चयन करना चाहिए। शिशुओं के लिए सही पी एच का बेबी सोप, बेबी ऑइल, बेबी शैंपू, बेबी पावडर ही इस्तेमाल करना चाहिए। सोप एवं शैंपू का इस्तेमाल करते समय ध्यान रखें यह शिशु की आँखों में न जाए।
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