वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज शैनन गेब्रियल ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए अपने 12 साल लंबे करियर का अंत किया। 36 वर्षीय इस खिलाड़ी ने 2012 में वेस्टइंडीज के लिए डेब्यू किया और इन 12 सालों के दौरान 59 टेस्ट, 25 वनडे और दो टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले जिसमें कुल 202 विकेट चटकाए।
गेब्रियल ने बुधवार को इंस्टाग्राम पर अपने रिटायरमेंट का ऐलान करते हुए लिखा, “पिछले 12 सालों के दौरान, मैंने खुद को वेस्टइंडीज के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने के लिए समर्पित किया। उच्चतम स्तर पर इस प्रिय खेल को खेलने से मुझे बहुत खुशी मिली है, लेकिन जैसा कि कहा जाता है, सभी अच्छी चीजों का अंत होना ही चाहिए। आज, मैं अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से अपने संन्यास की घोषणा कर रहा हूं।”
उन्होंने आगे लिखा, “सबसे पहले, मैं वेस्ट इंडीज के लिए खेलने के दौरान मेरे परिवार और मुझे मिले अनगिनत आशीर्वाद और अवसरों के लिए भगवान के प्रति अपना आभार व्यक्त करना चाहता हूं। दूसरा, मैं क्रिकेट वेस्टइंडीज के प्रशासकों, कोचों और स्टाफ सदस्यों को अपना हार्दिक धन्यवाद देना चाहता हूं। इतने सालों में आपकी कड़ी मेहनत और समर्थन के लिए मेरे मन में जो प्रशंसा है, उसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। अंत में, मैं अपने साथियों और उन सभी लोगों का आभारी हूं जो मेरे साथ खड़े रहे और मेरा साथ दिया। आपने मेरे शीर्ष तक के सफ़र को वाकई खास बना दिया है।”
रिटायरमेंट के बाद अपने फ्यूचर प्लान बताते हुए उन्होंने कहा, “आगे बढ़ते हुए, मेरी योजना अपने देश [त्रिनिदाद और टोबैगो], क्लब और दुनिया भर की फ्रेंचाइजी टीमों का उसी प्यार और जुनून के साथ प्रतिनिधित्व करना जारी रखना है, जैसा मैंने अपने पूरे करियर में दिखाया है।”
गैब्रियल पिछले दशक में वेस्टइंडीज के सबसे धाकड़ तेज गेंदबाजों में से एक थे, उनके नाम अपने देश के लिए चौथा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन का रिकॉर्ड भी है जब उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ 121 रन खर्च कर 13 विकेट चटकाए थे। गति और उछाल पैदा करने की उनकी क्षमता इतनी प्रभावशाली थी कि वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज कोर्टनी वॉल्श ने उनकी तुलना पैट्रिक पैटरसन और इयान बिशप से की थी। 2017 से गैब्रियल टीम के परमानेंट प्लेयर बने और वह हेडिंग्ले में इंग्लैंड के खिलाफ जीत जैसी प्रसिद्ध जीत का हिस्सा रहे थे।
गैब्रियल उस समय विवादों में घिरे थे जब उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ बड़ा शॉट खेलकर टीम की लुटिया डुबोई थी। डोमिनिका टेस्ट और सीरीज ड्रॉ कराने के लिए 7 गेंदें बची थी और वेस्टइंडीज के हाथ में 1 ही विकेट था। तब बड़ा शॉट लगाने के चक्कर में वह बोल्ड हो गए थे।
गेब्रियल को 2019 में तब और परेशानी का सामना करना पड़ा जब जो रूट पर समलैंगिकता विरोधी टिप्पणी करने के बाद उन पर चार वनडे मैचों का बैन लगा दिया गया। उन्होंने बैन स्वीकार कर लिया और अपने व्यवहार के लिए माफी भी मांगी, लेकिन बाद में उन्होंने जोर देकर कहा कि इस घटना को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया।