संता एक शादी में गया। वहां पंडित जी ने दूल्हे का हाथ दुल्हन के हाथ में थमा दिया। संता ने यह सब देख कर पापा से पूछा – दूल्हा और दुल्हन आपस में हाथ क्यों मिला रहे हैं?
पापा – बेटा, पहलवान अखाड़े में उतरने से पहले हाथ जरूर मिलाते हैं?😜😂😂😂😛🤣
******************************************************************
संता – मैंने आपकी लिखी किताब पढ़ी है। आप बिलकुल अकबर बादशाह की तरह लिखते हैं।
आदमी – लेकिन अकबर बादशाह लिखना ही नहीं जानते थे।
संता – तभी तो मैंने यह कहा है।😜😂😂😂😛🤣
******************************************************************
पापा – संता, शायद तुमने मेरे ब्रश से अपने दांत साफ किए हैं? तभी इससे इतनी बदबू आ रही है।
संता – नहीं…! इससे तो मैंने हमारी बिल्ली के दांत साफ किए थे।😜😂😂😂😛🤣
******************************************************************
मां – संता! लैंप जला दो।
कुछ देर बाद भी जब संता ने लैंप नहीं जलाया, तो मां ने फिर से पूछा – लैंप कहां है?
संता – मां आपने जब कहा था, मैंने तभी लैंप को चूल्हे में जला दिया था।😜😂😂😂😛🤣