अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बुधवार को रुपया एक पैसे की तेजी के साथ 82.96 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ। स्थानीय शेयर बाजारों में गिरावट की वजह से रुपये को कच्चे तेल की कीमतों में कमी का लाभ नहीं मिल पाया और इसने सीमित दायरे में कारोबार किया।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि विदेशी बाजारों में डॉलर के मजबूत होने तथा विदेशी कोषों की सतत निकासी से रुपये की धारणा प्रभावित रही।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 82.90 प्रति डॉलर पर खुला। दिन में कारोबार के दौरान यह 82.86 प्रति डॉलर के उच्चस्तर और 82.97 प्रति डॉलर के निचले स्तर पर पहुंचा। अंत में रुपया 82.96 प्रति डॉलर (अस्थायी) पर बंद हुआ, जो पिछले बंद भाव से एक पैसे की बढ़त है। मंगलवार को रुपया 82.97 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक, दिलीप परमार ने कहा, ”वैश्विक चिंताओं के बीच घरेलू शेयर बाजार के साथ-साथ भारतीय रुपये ने शुरुआती बढ़त गंवा दी।”
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.06 प्रतिशत की तेजी के साथ 104.14 पर रहा।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.27 प्रतिशत की गिरावट के साथ 82.12 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 434.31 अंक की गिरावट के साथ 72,623.09 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने मंगलवार को 1,335.51 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
– एजेंसी