प्रयागराज माघ मेला क्षेत्र में मौनी अमावस्या के महास्नान पर्व पर बदले गए रूट, यातायात नियमों में भी बदलाव

9 फरवरी को मौनी अमावस्या है। ऐसे में देशभर की पवित्र नदियों में डुबकी लगाने वालों की भीड़ रहेगी। प्रयागराज का माघ मेला पूरी दुनिया में जाना जाता है। ऐसे में वहां लोगों की भारी भीड़ की संभावना को देखते हुए मेला क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालुओं के सुगम आवागमन एवं सुरक्षा कारणों से सभी वाहनों के लिए शहरी यातायात पुलिस द्वारा यातायात नियम और पार्किंग व्यवस्था की जानकारी दी गई है।

7 फरवरी से लेकर 10 फरवरी की रात 12 बजे तक संगम क्षेत्र में प्रशासनिक और चिकित्सीय वाहनों के अतिरिक्त सभी प्रकार के वाहनों की आवाजाही को प्रतिबंधित किया गया है। इसके साथ ही माघ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों के लिए पार्किंग स्थलों के बारे में भी सूचना जारी कर दी गई है। वाहन यहां प्लाट नंबर 17 पार्किंग, गल्ला मण्डी दारागंज पार्किंग, हेलीपैड पार्किंग, काली सड़क पर दाहिने एवं बाएं बनी पार्किंग और ओल्ड जी.टी. कछार पार्किंग पर खड़े किए जा सकेंगे।

इसके साथ ही कई और जगहों पर शहर और शहर के बाहर भी पार्किंग की व्यवस्था की गई है। मिर्जापुर-रीवा की ओर से, जौनपुर-वाराणसी की ओर से, कानपुर की ओर से और लखनऊ-प्रतापगढ़ की ओर से आने वाले लोगों के लिए वाहन पार्किंग की व्यवस्था अलग-अलग जगहों पर की गई है।

मेले में पैदल आनेवाले श्रद्धालुओं को संगम तक आने के लिए जीटी जवाहर से प्रवेश कर काली सड़क आकर काली रैम्प से होते हुए संगम अपर मार्ग से संगम तक जाना होगा।संगम से वापसी के लिए संगम क्षेत्र से अक्षयवट मार्ग से होते हुए इण्टर लॉकिंग मार्ग से जगदीश रैम्प मार्ग एवं त्रिवेणी मार्ग चौराहे से वापस परेड क्षेत्र में स्थित पार्किंग स्थल पहुंचना होगा।

इसके साथ ही ई-रिक्शा प्रतिबंधित भी इसी आदेश में शामिल किया गया है। इसके साथ ही प्रमुख स्नान पर्व के दिनों में अक्षयवट दर्शन को बन्द रखा जाएगा और सामान्य दिनों में यह सुबह 7 बजे से शाम 5.30 बजे तक खुलेगा।

– एजेंसी