बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने चार राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजों के प्रति संदेह व्यक्त करते हुये कहा कि एक पार्टी के पक्ष में आये चुनाव नतीजे जनता के गले के नीचे नहीं उतर रहे है। यह एक रहस्यमयी मामला है जिस पर गंभीर चिंतन की जरुरत है।
सुश्री मायावती ने सोमवार को सिलसिलेवार ट्वीट (एक्स) पर पार्टी कैडरों से निराश नही होने की अपील करते हुये लोकसभा चुनाव की तैयारी जोर शोर से करने का आवाहन किया। उन्होने कहा, “देश के चार राज्यों में अभी हाल ही में हुए विधानसभा आमचुनाव के आए परिणाम एक पार्टी के पक्ष में एकतरफा होने से सभी लोगों का शंकित, अचंभित व चिन्तित होना स्वाभाविक, क्योंकि चुनाव के पूरे माहौल को देखते हुए ऐसा विचित्र परिणाम लोगों के गले के नीचे उतर पाना बहुत मुश्किल।”
बसपा प्रमुख ने कहा, “पूरे चुनाव के दौरान माहौल एकदम अलग व काँटे के संघर्ष जैसा दिलचस्प, किन्तु चुनाव परिणाम उससे बिल्कुल अलग होकर पूरी तरह से एकतरफा हो जाना, यह ऐसा रहस्यात्मक मामला है जिसपर गंभीर चिन्तिन व उसका समाधान जरूरी। लोगों की नब्ज पहचानने में भयंकर ’भूल-चूक’ चुनावी चर्चा का नया विषय।”
उन्होने कहा, “बीएसपी के सभी लोगों ने पूरे तन, मन, धन व दमदारी के साथ यह चुनाव लड़ा, जिससे माहौल में नई जान आई, किन्तु उन्हें ऐसे अजूबे परिणाम से निराश कतई भी नहीं होना है बल्कि परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के जीवन संघर्षों से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ने का प्रयास करते रहना है।”
सुश्री मायावती ने कहा, “इस चुनावी परिणाम के संदर्भ में जमीनी रिपोर्ट लेकर आगे लोकसभा चुनाव की नए सिरे से तैयारी पर विचार-विमर्श के लिए पार्टी की आल इण्डिया की बैठक आगामी 10 दिसम्बर को लखनऊ में आहुत। चुनाव परिणाम से विचलित हुए बिना अम्बेडकरवादी मूवमेन्ट आगे बढ़ने का हिम्मत कभी भी नहीं हारेगा।”
गौरतलब है कि रविवार को आये चुनाव नतीजों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मध्यप्रदेश में अपनी सरकार को बचा रखने में सफलता हासिल की बल्कि छत्तीसगढ और राजस्थान में कांग्रेस को परास्त करते हुये भगवा लहराया है।
– एजेंसी