शरीर में नसों की कमजोरी आज एक आम समस्या बन चुकी है, जिसका बड़ा कारण है विटामिन D की कमी और खराब ब्लड सर्कुलेशन। ऐसे में चलने-फिरने में तकलीफ, सुन्नपन या मांसपेशियों में कमजोरी जैसी समस्याएं सामने आती हैं। लेकिन आयुर्वेद में इस कमजोरी का समाधान भी मौजूद है। चक्रफूल यानी स्टार एनीज एक ऐसा ही उपाय है, जिसका पानी पीना नसों की ताकत को बढ़ा सकता है। आइए जानते हैं इसके फायदे और इस्तेमाल का तरीका।
⭐ चक्रफूल का पानी कैसे फायदेमंद है?
बेहतर ब्लड सर्कुलेशन:
चक्रफूल नसों में खून का प्रवाह तेज करता है जिससे उनका पोषण और काम करने की क्षमता बढ़ती है।
नसों को बनाता है मजबूत:
यह नर्व सेल्स को मजबूती देकर उनकी कार्यक्षमता को बेहतर करता है और शरीर की मूवमेंट को स्मूद बनाता है।
तनाव और थकान से राहत:
चक्रफूल का पानी नसों को शांत करता है और अनावश्यक उत्तेजना या तनाव से राहत दिलाता है।
नर्व कनेक्टिविटी में सुधार:
यह नसों के नेटवर्क को एक्टिव रखता है और ब्रेन-टू-बॉडी कम्युनिकेशन को बेहतर करता है।
🍵 चक्रफूल का पानी कैसे बनाएं और कब पिएं?
विधि:
1 से 2 चक्रफूल को हल्का कूट लें।
एक गिलास पानी में डालकर अच्छे से उबालें।
पानी छान लें और स्वाद के अनुसार थोड़ा शहद मिला लें।
कैसे पिएं:
रोजाना रात को सोने से पहले या
सुबह खाली पेट इस पानी का सेवन करें।
💆♂️ नसों की बेचैनी के लिए चक्रफूल का तेल
यदि आपको रात में पैरों या शरीर की नसों में खिंचाव, झनझनाहट या बेचैनी होती है, तो चक्रफूल से बना तेल एक बेहतरीन उपाय है।
उपयोग विधि:
नारियल या सरसों के तेल में कुछ चक्रफूल डालकर हल्का गर्म करें।
सोने से पहले इस गुनगुने तेल से प्रभावित हिस्सों पर मालिश करें।
यह तेल नसों को आराम देता है और नींद में रुकावट से बचाता है।
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