जब पूरी दुनिया की लड़कियां राम चरण के पीछे भागती थीं, उस जमाने में हमारे बर्थडे बॉय और ऑस्कर विनिंग फिल्म ‘आरआरआर’ के अभिनेता कहा करते थे, ‘मैं लड़कियों के पीछे नहीं भागता……लड़कियां मेरे पीछे भागती हैं.’ राम चरण यह बात एटिट्यूड के चलते नहीं, बल्कि इसलिए कहते थे, क्योंकि उनके विचार अलग थे. राम चरण का मानना था कि, ‘प्यार दोस्ती है…अगर वह मेरी सबसे अच्छी दोस्त नहीं बन सकती, तो मैं उसे कभी प्यार कर ही नहीं सकता…क्योंकि दोस्ती बिना प्यार तो होता ही नहीं.’ ये दोनों ही डायलॉग हमने बेशक रोमांस के बादशाह शाहरुख खान के मुंह से सुने हों, लेकिन ये दोनों ही राम चरण और उपासना की ‘कुछ कुछ होता है’ सरीखी लव स्टोरी में सिमटे हुए हैं.
आज पूरे जमाने के सामने प्यार और इश्क में डूबे नजर आने वाले साउथ सुपरस्टार राम चरण और उनकी पत्नी उपासना किसी जमाने में ‘कुछ कुछ होता है’ के रियल लाइफ राहुल और अंजलि जैसे थे. जी हां, दोनों की पहली मुलाकात किसी पब…रेस्तरां या सिने स्टार्स की बड़ी-बड़ी पार्टीज में नहीं, बल्कि कॉलेज में हुई थी. साथ-साथ पढ़ते हुए राम और उपासना बहुत अच्छे दोस्त बने. दोस्ती तो थी, मगर दोनों अक्सर एक-दूसरे से मुंह फुलाए कहीं किसी कोने में रहते थे. अचानक दोनों को याद आता था कि दोनों बेस्ट फ्रेंड्स हैं और एक-दूसरे से बातें किए बिना नहीं रह सकते थे.
राम चरण और उपासना की दोस्ती में इश्क ने दस्तक तो काफी समय पहले ही दे दी थी, लेकिन एहसास-ए-दिल तब हुआ, जब दोनों को बिछड़ना पड़ा. ‘दिल की आवाज को इजहार कहते हैं, झुकी हुई निगाहों को इकरार कहते हैं, सिर्फ पाने का नाम इश्क नहीं, कुछ खोने को भी प्यार कहते हैं.’ इस शायरी के अनुसार ही राम चरण और उपासना के दिल में छुपे प्यार ने उन्हें उसका मतलब समझाया. जब राम चरण को पढ़ाई के लिए विदेश जाना पड़ा तो दोनों एक-दूसरे का साथ पाने के लिए कुछ इस तरह तड़पे कि उपासना और अभिनेता ने कहा ….’कुछ कुछ होता है.’ फिर पढ़ाई पूरी होते ही राम ने फिल्मों में अपना डेब्यू किया और काम के दौरान दोनों का प्यार परवान चढ़ा.
राम चरण और उपासना ने काफी समय तक इश्क फरमाने और अभिनेता को एक सफल एक्टर बन अपने पैरों पर खड़े हो जाने के बाद अपने रिश्ते को नया नाम देने की सोची. काजल अग्रवाल के साथ आई फिल्म ‘मगधीरा’ की अपार सफलता ने राम चरण को रातोंरात सुपरस्टार बना दिया. वहीं, दूसरी तरफ अभिनेता ने उपासना को शादी के लिए प्रपोज कर दिया था. साल 2011 में दोनों ने अपने परिवार की उपस्थिति में सगाई की और अगले ही साल 2012 में राम चरण और उपासना ने सात फेरे लेकर अपनी राहुल-अंजलि की जोड़ी को राम और सीता का रूप दे दिया. तभी से दोनों एक खुशहाल जीवन बिता रहे हैं.
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