विपक्षी सदस्यों ने संसद की सुरक्षा में चूक के मद्दे पर राज्यसभा में आज लगातार तीसरे दिन हंगामा किया जिसके कारण सदन की कार्यवाही पहले साढे ग्यारह बजे और फिर दो बजे तक स्थगित करनी पड़ी जिससे शून्यकाल और प्रश्नकाल नहीं हो सका।
सभापति जगदीप धनखड़ ने सोमवार को सुबह के स्थगन के बाद साढे ग्यारह बजे सदन की कार्यवाही शुरू की तो विपक्षी सदस्यों ने एक बार फिर शोर गुल शुरू कर दिया। उन्होंने सदस्यों से शांत रहने और सदन की कार्यवाही चलने देने की अपील की। सभापति ने भाजपा की कांता कर्दम से शून्यकाल में अपना विषय रखने को कहा । उन्होंने शोर शराबे के बीच ही कर्नाटक में एक महिला की पिटाई तथा उसके साथ दुर्व्यवहार का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि सरकार और पुलिस की ओर से इस मामले में ठोस कार्रवाई नहीं की गयी और कर्नाटक उच्च न्यायालय ने इसके लिए पुलिस का फटकार लगायी है।
इस बीच श्री धनखड़ ने मार्क्सवादी विनय विश्वम से कहा कि आप अपने गलत आचरण से मुझे कठोर कदम उठाने के लिए मजबूर कर रहे हैं। विपक्षी सदस्यों के शांत नहीं होने पर उन्होंने सदन की कार्यवाही दो बजे तक स्थगित कर दी।
इससे पहले कार्यवाही शुरू करते ही उन्होंने विशेष दीर्घा में बैठे श्रीलंका की संसद के शिष्टमंडल के सदस्यों का स्वागत करते हुए भारत में उनके प्रवास के सफल रहने के लिए शुभकामनाएं दी। उन्होंने बताया कि शिष्टमंडल शनिवार को भारत आया था और शिष्टमंडल औरंगाबाद की यात्रा पर भी जायेगा।
इसके पहले सुबह भी सभापति ने विपक्ष के हंगामे को देखते हुए सदन की कार्यवाही साढे ग्यारह बजे तक स्थगित कर दी थी। पिछले सप्ताह गुरूवार और शुक्रवार को भी इसी मुद्दे पर विपक्ष के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही नहीं चल पाई थी। विपक्षी सदस्य संसद की सुरक्षा में चूक के मुद्दे पर सदन में चर्चा और गृह मंत्री के बयान की मांग कर रहे हैं।
– एजेंसी