आधी रात को राजू अपने घर का दरवाजा खटखटाया…
सरला- कौन है?
राजू- मैं हूं?
सरला- मैं कौन?
राजू गुस्से में बोला- अरे बेवकूफ, तू सरला और कौन।😜😂😂😂😛🤣
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राजू-अपना सिर पानी मे डुबो के खड़ा था.
बंता -क्या कर रहे हो सोहन भाई
राजू- आज कल दिमाग नहीं चल रहा है. सो देख रहा हूं की पंचर तो नहीं हो गया है ।😜😂😂😂😛🤣
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राजू का पांव केले के छिलके पर पड़ा और वो फिसल कर गिर गया।
राजू उठा और फिर आगे चला, तो दूसरे छिलके में पांव पड़ा और फिर फिसल कर गिर गया।
राजू फिर उठा और थोड़ा आगे और चला, तो उसे तीसरा छिलका दिख गया।
राजू रोते- रोते बोला – धत तेरे की, अब फिर से फिसलना पड़ेगा।😜😂😂😂😛🤣