कोलंबो (एजेंसी/वार्ता): श्रीलंका के सांसद चन्ना जयसुमना ने कहा है कि पूर्व राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे सहित पूर्व सत्ताधारी दल के सभी सदस्य और स्वयं देश की अर्थव्यवस्था के पतन के लिए जिम्मेदार हैं और कोई भी सामूहिक जिम्मेदारी से बच नहीं सकता है।
‘डेली मिरर’ की मंगलवार की रिपोर्ट के अनुसार, परिवहन, राजमार्ग और जनसंचार माध्यम मंत्री डॉ बंडुला गुणावर्धना के एक बयान के संबंध में मीडिया द्वारा उठाए गए एक सवाल का जवाब देते हुए श्री जयसुमना ने यह बात कही।
जयसुमना ने कहा,“हम यह भी जानना चाहते हैं कि पूर्व राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे को कुछ मुद्दों पर निर्देश किसने दिए। ” उन्होंने कहा,“इस सच्चाई का खुलासा करना बेहतर है कि किसने पूर्व राष्ट्रपति को गलत सलाह दी। उन विवरणों का खुलासा करने से मुद्दों के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों की पहचान करने में देश को मदद मिलेगी।”
उन्होंने कहा,“हमने चुनाव से पहले पूर्व राष्ट्रपति को अपने विचार दिए, और उन्होंने उन पर स्वतंत्र रूप से विचार किया तथा कहा कि उन विचारों को लागू किया जाएगा। लेकिन राष्ट्रपति बनने के बाद उन्होंने हमारे विचारों को नहीं सुना।” जयसुमना ने कहा,“मुझे लगता है कि उनकी असफलता का मुख्य कारण यही था। जैसा कि हमने देखा, उनके परिवार के कई सदस्यों और कई करीबी सहयोगियों ने उन्हें सलाह दी थी।”
उन्होंने कहा,“हमने पूर्व राष्ट्रपति राजपक्षे की ओर से उर्वरक आयात बंद करने के लिये लिए गए फैसले का विरोध किया। मैंने उन्हें उन जोखिमों के बारे में बताया जो हमें सामना करना पड़ सकता है यदि हमने उर्वरक आयात बंद कर दिया और उल्लेख किया कि हमें 10 वर्षों के भीतर धीरे-धीरे उर्वरक का आयात बंद कर देना चाहिए।” उन्होंने कहा, “इसलिए, राष्ट्रपति गोतबाया के अधीन आने वाली सरकार में सभी को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।”
-एजेंसी/वार्ता
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