किशमिश और मुनक्का दोनों ही ड्राई फ्रूट्स की श्रेणी में आते हैं और सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माने जाते हैं। हालांकि कई लोग इन्हें एक ही समझ लेते हैं, लेकिन दोनों में बड़ा अंतर होता है। किशमिश खाने से कब्ज की समस्या कम होती है, जबकि मुनक्का खून बढ़ाने में मदद करता है। इसके अलावा, मुनक्का का इस्तेमाल आयुर्वेद में भी औषधि के रूप में किया जाता है। चलिए जानते हैं किशमिश और मुनक्का में क्या फर्क है और सेहत के लिए कौन बेहतर है।
किशमिश और मुनक्का में क्या अंतर है?
आकार और रंग: किशमिश का आकार छोटा और पतला होता है, जबकि मुनक्का बड़ा और मोटा होता है।
रंग: किशमिश हल्के रंग की होती है, जबकि मुनक्का गहरे ब्राउन रंग का होता है।
स्वाद: किशमिश हल्की खट्टी होती है, वहीं मुनक्का मीठा होता है।
अंगूर का प्रकार: किशमिश छोटे अंगूर को सुखाकर बनाई जाती है जिनमें बीज नहीं होते। मुनक्का बड़े और पके हुए अंगूर से बनता है, जिनमें बीज होते हैं।
किशमिश के फायदे
किशमिश में आयरन, प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम, कॉपर और मैंगनीज भरपूर मात्रा में होता है।
यह विटामिन B6 का अच्छा स्रोत है।
कब्ज की समस्या दूर करने में मददगार।
पुरुषों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद।
बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ावा देती है।
भिगोकर खाने से वजन घटाने में मदद मिलती है।
हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाती है।
मुनक्का के फायदे
मुनक्का में कैल्शियम, पोटैशियम, मैग्नीशियम, बीटा कैरोटीन और एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं।
शरीर में खून की कमी दूर करने के लिए बहुत उपयोगी।
पाचन तंत्र को मजबूत करता है।
एनीमिया के मरीजों के लिए फायदेमंद।
ब्लड प्रेशर कम करने में मददगार।
हार्ट हेल्थ को बेहतर बनाए और कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करे।
मुनक्का को दूध या पानी में भिगोकर खाना सबसे अच्छा होता है।
निष्कर्ष:
दोनों ही स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हैं, लेकिन आपकी जरूरत के अनुसार आप किशमिश या मुनक्का का चयन कर सकते हैं। कब्ज की समस्या हो तो किशमिश लें, और खून की कमी या ब्लड प्रेशर की समस्या हो तो मुनक्का आपके लिए बेहतर रहेगा।
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