मौसम विज्ञान विभाग ने पश्चिमी हिमालय क्षेत्र और आसपास के मैदानी इलाकों में चार फरवरी तक बारिश होने का अनुमान जताया है। विभाग के मुताबिक अगले पांच-छह दिनों के दौरान दो पश्चिमी विक्षोभों के सक्रिय होने के तहत चार फरवरी तक जम्मू, कश्मीर, लद्दाख, गिलगित, बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हल्की या मध्यम बारिश या फिर हिमपात हो सकता है। कश्मीर घाटी, हिमाचल प्रदेश में 31 जनवरी और एक फरवरी को और उत्तराखंड में 31 जनवरी को भारी बारिश और हिमपात हो सकता है।
मौसम विभाग ने पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और दिल्ली में भी चार फरवरी तक हल्की या मध्यम बारिश होने का अनुमान जताया है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और उत्तराखंड में अलग-अलग स्थानों पर ओलावृष्टि हो सकती है। इसके अलावा 31 जनवरी को पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली के कुछ हिस्सों में 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज और ठंडी हवाएं चलने का अनुमान जताया गया है। मौसम विभाग ने अगले सात दिनों के दौरान अरुणाचल प्रदेश में हल्की बारिश या हिमपात होने का पूर्वानुमान जताया है और 31 जनवरी से दो फरवरी तक पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय, नागालैंड, मिजोरम, मणिपुर और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में बारिश हो सकती है।
पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पूर्वी उत्तर प्रदेश और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में सुबह के समय अति घना कोहरा छाये रह सकता है। इसके अलावा उत्तरी राजस्थान, गंगीय पश्चिम बंगाल और बिहार में सुबह के समय कुछ घंटों के लिए अलग-अलग इलाकों में घने कोहरे की स्थिति बनी रह सकती है। विभाग के अनुसार अगले तीन दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम और मध्य भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान दो से चार डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है और इसके बाद मौसम में कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं होगा। अगले पांच दिनों के दौरान देश के किसी भी हिस्से में शीत लहर की स्थिति नहीं बनी रहेगी।
– एजेंसी