FY2024-25 रिलायंस ने ₹257,823 करोड़ ($30.9 बिलियन) का कंसोलिडेटिड राजस्व घोषित किया है, जो साल-दर-साल 11.5% अधिक है। उपभोक्ता व्यवसायों में स्थिर वृद्धि के साथ O2C और ऑयल एंड गैस सेगमेंट में तेल की बढ़ी कीमतों और मात्रा के कारण ये वृद्धि हुई है।
रिलायंस का कंसोलिडेटिड EBITDA साल-दर-साल 2% बढ़कर ₹42,748 करोड़ ($5.1 बिलियन) हो गया। ऑयल एंड गैस तथा उपभोक्ता व्यवसाय के मजबूत योगदान ने कमजोर O2C की भरपाई की।
कंसोलिडेटिड कर पश्चात लाभ वर्ष दर वर्ष 4% घटकर ₹17,448 करोड़ ($2.1 बिलियन) रह गया, जिसका मुख्य कारण उच्च मूल्यह्रास (depreciation) था।
तिमाही का पूंजीगत व्यय ₹28,785 करोड़ ($3.5 बिलियन) था, जो ₹33,757 करोड़ के नकद लाभ से कवर किया गया।
30 जून 2024 तक रिलायंस का कंसोलिडेटिड शुद्ध ऋण ₹112,341 करोड़ रहा, जो पिछली तिमाही यानी 31 मार्च 2024 के ₹116,281 करोड़ की तुलना में कुछ कम था। शुद्ध ऋण व EBITDA अनुपात, एक वर्ष पूर्व के 0.76 से बढ़कर 0.66 हो गया है।
जून 2024 को समाप्त तिमाही में जियो प्लैटफ़ॉर्म्स का EBIDTA 11.6% साल-दर-साल बढ़कर ₹14,638 करोड़ दर्ज किया गया। तिमाही में जियो का शुद्ध लाभ 11.7% साल-दर-साल बढ़कर ₹5,693 करोड़ हो गया।
पहली तिमाही में 80 लाख ग्राहक (नेट एडिशन) जियो नेटवर्क से जुड़े हैं, ग्राहकों की संख्या बढ़कर 48 करोड़ 97 लाख पहुंच गई। JioAirFiber ने 11 लाख से अधिक कनेक्शन दिए, एक तिमाही में जियो द्वारा दिए गए यह अब तक के सबसे अधिक कनेक्शन हैं।
जियो का प्रति ग्राहक राजस्व यानि ARPU बेहतर सब्सक्राइबर मिक्स के साथ ₹181.7 रहा, सब्सक्राइबर्स को असीमित आधार पर दिए जाने वाले प्रमोशनल 5G ट्रैफ़िक के बढ़ते मिक्स के कारण यह आंशिक रूप से कमजोर रहा, 5जी के लिए अभी अलग से शुल्क नहीं लिया जाता।