इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की श्रृंखला के दूसरे टेस्ट को 106 रन से जीतकर श्रृंखला 1-1 से बराबर करने के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि इस मजबूत टीम के खिलाफ युवा खिलाड़ियों का ऐसा प्रदर्शन आत्मविश्वास बढ़ाने वाला है। जीत के लिए 399 रन का पीछा करते हुए इंग्लैंड की टीम 292 रन पर आउट हो गयी।
रोहित ने पहली पारी में दोहरा शतक जड़ने वाले युवा यशस्वी जायसवाल और मैच में नौ विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने मैच के बाद पुरस्कार समारोह में मैन ऑफ द मैच बुमराह के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘वह हमारे लिए एक चैंपियन खिलाड़ी है। वह पिछले कुछ समय से हमारे लिए यह काम कर रहा है। जब आप इस तरह का मैच जीतते हैं तो आपको समग्र प्रदर्शन को देखना होता है। हम जानते हैं कि इन परिस्थितियों में टेस्ट मैच जीतना आसान नहीं होगा, गेंदबाजों ने अपनी जिम्मेदारी अच्छे से निभाई।”
पहली पारी में 209 रन बनाने वाले जायसवाल के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘वह अच्छा खिलाड़ी है और अपने खेल को अच्छे से समझता है। उसे लंबा सफर तय करना है। जाहिर है कि यह एक विशेष पारी थी। उनके पास टीम को देने के लिए बहुत कुछ है, मुझे उम्मीद है कि वह विनम्र बना रहेगा।”
भारतीय कप्तान ने कहा कि यह पिच बल्लेबाजी के लिए अच्छी थी लेकिन कई बल्लेबाज अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में नहीं बदल सके।
उन्होंने कहा, ‘‘पिच बल्लेबाजी के लिए अच्छी थी। बहुत से बल्लेबाजों ने अच्छी शुरुआत की लेकिन बड़ा स्कोर नहीं बना सके।”
विराट कोहली, रविंद्र जडेजा की गैरमौजूदगी में इस भारतीय टीम में आठ खिलाड़ियों ऐसे थे जिसका टेस्ट में कुल अनुभव 68 मैच का था।
रोहित ने कहा, ‘‘इस टीम में कई युवा हैं, इस प्रारूप में नये हैं और उन्हें सामंजस्य बिठाने में कुछ समय लगेगा। यह जीत हमें काफी आत्मविश्वास देती है। ऐसी युवा टीम के साथ मुकाबला करने पर मुझे बहुत गर्व है। यह हमारे लिए बहुत सकारात्मक है।”
उन्होंने कहा कि इंग्लैंड की टीम अच्छा खेल रही है और यह आसान श्रृंखला नहीं होगी।
रोहित ने कहा, ‘‘यह एक अच्छी चुनौती है, इंग्लैंड शानदार क्रिकेट खेल रहा है। यह आसान श्रृंखला नहीं होगी। अभी तीन और मैच बाकी हैं, यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि हम ज्यादातर चीजें सही से करें।”
मैन ऑफ द मैच बुमराह ने कहा, ‘‘मैं आंकड़ों को नहीं देखता हूं। अगर आप आंकड़ों के बारे में सोचेंगे तो बहुत दबाव होगा। मैं बहुत खुश हूं कि हम जीते और मैंने इसमें योगदान दिया।”
बुमराह ने पहली पारी में ओली पोप को शानदार यॉर्कर पर बोल्ड किया था। इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘जब मैं युवा था तब मेरी पहली गेंद यॉर्कर ही होती थी। इसे मैंने टेनिस-बॉल क्रिकेट में सीखा था। तब मुझे लगता था कि विकेट लेने का यही एकमात्र तरीका है।”
उन्होंने कहा,” हम गेंदबाजी विभाग में बदलाव के दौर से गुजर रहे हैं और इस गेंदबाजी आक्रमण के अगुवा के तौर पर युवाओं का मार्गदर्शन करना मेरी जिम्मेदारी है।”
– एजेंसी