जाति आधार पर वोट की अपील करते हैं प्रधानमंत्री मोदी लेकिन ओबीसी के साथ न्याय नहीं चाहते : ओवैसी

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जाति के आधार पर मतदान करने की अपील तो करते हैं लेकिन अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के साथ न्याय नहीं करना चाहते।

प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार रात को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ”तेलंगाना में लाल बहादुर शास्त्री स्टेडियम से राज्य के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मुख्यमंत्री को चुनने के लिए उलटी गिनती शुरू हो गई, जो पिछड़े समुदाय से ताल्लुक रखने वाला होगा।” मोदी ने यहां एक चुनावी रैली को संबोधित किया था।

इस पर प्रतिक्रिया देते हुए ओवैसी ने ‘एक्स’ पर कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने पिछड़े मुसलमानों के लिए आरक्षण हटाने का वादा किया था, 27 फीसदी ओबीसी आरक्षण का विरोध किया था और आरक्षण पर 50 प्रतिशत की सीमा भी नहीं हटाई है।

हैदराबाद से सांसद ओवैसी ने कहा, ”प्रधानमंत्री जाति के आधार पर वोट करने की अपील कर रहे हैं लेकिन वह ओबीसी के साथ न्याय करना नहीं चाहते। जब मैं कहता हूं कि मुसलमानों को भारतीय राजनीति में कम प्रतिनिधित्व दिया जा रहा है तो मुझे राष्ट्र विरोधी और सांप्रदायिक कहा जाता है। मोदी हताश हैं, जो दिख रहा है।”

कांग्रेस और बीआरएस की कथित ‘परिवारवादी’ मानसिकता पर हमला बोलते हुए, मोदी ने मंगलवार को यहां कहा कि ये पार्टियां कभी भी पिछड़ी जाति के उम्मीदवार को तेलंगाना का मुख्यमंत्री नहीं बनाएंगी। उन्होंने वादा किया कि अगर भाजपा राज्य में सत्ता में आई तो मुख्यमंत्री पिछड़े वर्ग से बनाया जाएगा।

प्रधानमंत्री 30 नवंबर को होने जा रहे विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा द्वारा आयोजित ‘बीसी आत्म गौरव सभा’ (पिछड़ा वर्ग स्वाभिमान बैठक) को संबोधित कर रहे थे।

मोदी ने बीती रात कहा था, ”हैदराबाद आना हमेशा से अच्छा लगता है, और शहर के लाल बहादुर शास्त्री स्टेडियम में आकर तो और भी ज्यादा अच्छा लगता है। मैं 2013 में यहां अपनी रैली को नहीं भूल सकता। उस वक्त ओबीसी प्रधानमंत्री को चुनने के सफर की शुरुआत हुई थी। आज यहीं से तेलंगाना के लिए भाजपा के मुख्यमंत्री को चुनने की उलटी गिनती शुरू हुई है, जो पिछड़े समुदाय से ताल्लुक रखने वाला होगा।”

– एजेंसी