पिंकू (पत्नी से)- ‘आज तुम्हें मेरा बांसुरी बजाना बुरा लगता है लेकिन एक
दिन मेरे बांसुरी बजाने पर रीझ कर तुमने मुझसे शादी की थी।’
पत्नी गुस्से से, ‘हां की थी लेकिन बांसुरी बजाने पर रीझकर नहीं बल्कि
यह सोचकर की थी कि जिस तरह तुम बांसुरी में फूंक मारते हो उसी तरह
चूल्हा भी अच्छी तरह फूंकोगे।’😜😂😂😂😛🤣
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पिंकू (राजेश से)- ‘तुम्हें बंदूक अधिक सावधानी से चलानी चाहिए।
तुम्हारी गोली मेरी पत्नी को लगते-लगते बची।’
राजेश (पिंकू से)- ‘मुझे माफ कर दो भाई।’ ये लो मेरी बंदूक आप मेरी
पत्नी पर एक नहीं, दो-दो गोलियां चला दो।😜😂😂😂😛🤣
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पिंकू (पत्नी से)- डॉक्टर ने कहा है कि तुम्हें कोई बीमारी नहीं है। फिर तुम
इतनी दुखी क्यों लग रही हो?
पत्नी (पिंकू से)- इसलिए कि फीस के 150 रुपये यूं ही बेकार चले गए।😜😂😂😂😛🤣