अमिताभ बच्चन के पिता की इंटरकास्ट मैरिज के खिलाफ थे लोग, बिग ने किया खुलासा

‘कौन बनेगा करोड़पति’ टीवी का मोस्ट पॉपुलर क्विज शो है. फिलहाल इस गेम शो का सीजन 15 इन दिनों खूब सुर्खियां बटोर रहा है. बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन द्वारा होस्ट किया जाने वाले गेम शो में अब तक कई कंटेस्टेंट लाखों रुपये जीतकर अपनी किस्मत चमका चुके हैं. वहीं इस शो के दौरान अक्सर बिग बी भी अपनी पर्सनल लाइफ के अनसुने किस्से सुनाते रहते हैं जिन्हें जानकर फैंस हैरान हो जाते हैं. शो के लेटेस्ट एपिसोड में भी अमिताभ बच्चन ने अपने पिता हरिवंश राय बच्चन से जुड़ा एक किस्सा सुनाया.

केबीसी के लेटेस्ट एपिसोड में योजना यादव पहुंची हॉट सीट पर
कौन बनेगा करोड़पति 15 के लेटेस्ट एपीसोड में अमिताभ बच्चन सेकंड फास्टेस्ट फिंगर फर्स्ट सवाल के साथ शुरुआत करत हैं. इस दौरान सही जवाब देकर योजना यादव हॉट सीट तक पहुंचती हैं. अमिताभ बच्चन योजना का स्वागत करते हैं और गेम की शुरुआत करते हैं.बिग बी कंटेस्टेंट योजना से 1000 रुपये के लिए पहला सवाल पूछते हैं- किशोर कुमार स्टारर इस फिल्म का टाइटल पूरा करें- चलती का नाम…?

पवन
सांस
अनादि
गाड़ी
कंटेस्टेंट योजना बिग बी से ऑप्शन डी लॉक करने के लिए कहती है और सही उत्तर देकर 1000 रुपये जीत जाती है. इसके बाद योजना कई सवालों के सही जवाब देकर 3 लाख 20 हजार के सवाल पर पहुंच जाती हैं. होस्ट अमिताभ योजना से 3 लाख 20 हजार का सवाल पूछते हैं-किस कवि द्वारा सराहना किए जाने के बाद बेगम अख्तर एक कलाकार के रूप में अपना करियर बनाने के लिए प्रेरित हुईं?

विजय लक्ष्मी पंडित
महादेवी वर्मा
सरोजिनी नायडू
सुभद्रा कुमारी चौहान
कंटेस्टेंट योजना इस सवाल के जवाब को लेकर श्योर नहीं होती हैं और अपनी लाइफ लाइफ को एक्टिव करने का फैसला लेती हैं. वे वीडियो कॉल अ फ्रेंड है लाइफ लाइन यूज करती हैं लेकिन उनके दोस्त प्रश्न का जवाब नहीं दे पाते हैं. इसके बाद योजना बिग बी से अपनी दूसरी लाइफलाइन ऑडियंस पोल लेती हैं. दर्शकों में से ज्यादातर ऑप्शन सी चुनते हैं. योजना भी ऑप्शन सी सरोजनी नायडू के साथ जाती हैं और इसी के साथ वे तीन लाख 20 हजार रुपये जीत जाती हैं.

अमिताभ बच्चन के पिता ने की थी इंटरकास्ट मैरिज
वहीं इस सवाल के बारे में जानकारी शेयर करते हुए अमिताभ बच्चन ने झिझकते हुए बताया कि सरोजिनी नायडू उनके ‘बाबूजी’ की फैंन थीं. बिग बी ने खुलासा किया, ”मुझे यह कहने में थोड़ी झिझक हो रही है लेकिन वह मेरे बाबूजी की भी बहुत बड़ी फैन थी. मेरे बाबूजी ने इंटरकास्ट मैरिज की थी. मेरी माताजी तेजी एक सिख परिवार से थीं और जब हम लोग इलाहाबाद में रहते थे तो उस समय दूसरी जाति में शादी करना पाप कहा जाता था. तो उस दौरान, जब मेरे पिता मेरी मां को इलाहाबाद ले गए तो लोगों ने उनके खिलाफ लड़ाई लड़ी. तब सरोजिनी नायडू पहली इंसान थीं जिन्होंने उन्हें सांत्वना दी. उन्होंने उन्हें पंडित जवाहरलाल नेहरू से मिलवाया जो इलाहाबाद के आनंद भवन में रहते थे. मुझे आज भी याद है कि उन्होंने किस तरह मेरे पिता का परिचय कराया था. उन्होंने कहा, ‘कवि और उनकी कविता से मिलें.’

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