पेटीएम के शेयरों में निवेश करने वालों के लिए एक खुशखबरी है। इन्वेस्टमेंट रिसर्च फर्म मैक्वेरी ने पेटीएम के टार्गेट प्राइस को 325 रुपये से बढ़ाकर 730 रुपये कर दिया है। यह बदलाव पेटीएम के तीसरी तिमाही के नतीजों के बाद आया है। पेटीएम ने तीसरी तिमाही में 1,828 करोड़ रुपये की ऑपरेटिंग इनकम दर्ज की है, जो पिछली तिमाही की तुलना में 10 फीसदी अधिक है।
नेट लॉस में कमी आई
कंपनी का नेट लॉस भी घटकर 208 करोड़ रुपये पर आ गया है, जबकि पिछली तिमाही में यह 442 करोड़ रुपये था। मैक्वेरी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि पेटीएम के नतीजे उनके अनुमानों से बेहतर रहे हैं, क्योंकि कंपनी की इनकम में बढ़ोतरी और लागत में कमी देखने को मिली है। पेटीएम के निवेशकों के लिए यह एक सकारात्मक संकेत है, क्योंकि कंपनी के नतीजों में सुधार और मैक्वेरी के टार्गेट प्राइस में बढ़ोतरी से शेयरों में तेजी आ सकती है।
पेटीएम ने उठाए सुधारात्मक कदम
पेटीएम ने अपने बिजनेस में सुधार करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। कंपनी ने अपने मेन बिजनेस पर ध्यान केंद्रित किया है और साथ ही PayPay जापान में अपनी हिस्सेदारी बेचकर 2,372 करोड़ रुपये प्राप्त किए हैं।
नए अनुमान और सब्सक्राइबर बढ़े
फरवरी 2024 में मैक्वेरी ने पेटीएम पर एक रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें कंपनी के अस्तित्व पर सवाल उठाए थे। तब मैक्वेरी ने FY 25 के लिए 42.2 अरब रुपये के रेवेन्यू का अनुमान लगाया था, जिसे अब बढ़ाकर 66.8 अरब रुपये कर दिया गया है। इसके अलावा, पेटीएम ने RBI से अक्टूबर 2024 में नए UPI यूजर्स को ऑनबोर्ड करने की मंजूरी प्राप्त की है, जिससे सब्सक्राइबर की संख्या भी बढ़ी है।
मैक्वेरी ने पेटीएम के टार्गेट प्राइस में बढ़ोतरी की है, और पेटीएम के तिमाही रिजल्ट के बाद कई बड़े ब्रोकरेज फर्मों ने इस पर सकारात्मक रुख दिखाया है।
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