क्या आपकी आंखें लाल हैं, आंखों से पानी आ रहा है, दर्द या जलन हो रही है तो इसका मतलब आई फ्लू ने आपको जकड़ लिया है. बारिश और बाढ़ के मौसम में आजकल पिंक आई या कंजक्टिवाइटिस आम समस्या बन गई है. हेल्थ एक्सरपर्ट के मुताबिक, ये ऐसी बीमारी है जो सीधे संपर्क में आने से तेजी से फैलती है. इसलिए भीड़ में, सार्वजनिक वाहन से सफर करने के दौरान इस बीमारी के चपेट में आने की पूरी आशंका है. इस बीमारी की चपेट में आने से आंखें लाल, खुजली, ज्यादा आंसू आना और आंखों में जाला जैसा महसूस होता है. ऐसे में अगर आई फ्लू से बचना है तो ये अचूक उपाय काम आ सकते हैं…
हाथों की साफ-सफाई का ध्यान रखें
आई फ्लू के ट्रांसमिशन रोकने के लिए हाथों को कम से कम 20 सेकंड तक साबुन से साफ करना चाहिए. सार्वजनिक वाहन में सफर करते समय हैंडरेल्स, डोर नॉब और सीटों को छूने से बचना चाहिए. हमेशा साथ हैंड सैनिटाइजर रखें और इसे यूज करें.
चेहरे को टच न करें
जब भी सार्वजनिक परिवहन से सफर करें तो अपने फेस को छूने से बचें. आंख, नाक और मुंह को बिल्कुल भी न टच करें. पिंक आई का इंफेक्शन, खांसी या छींक की बूंदे फैल सकती हैं और चेहरे को छऊने से वायरस अंदर जा सकता है.
चश्मा जरूर पहनें
जब भी सार्वजनिक परिवहन से सफर करें तो काला चश्मा पहनें. इससे एयरबोर्न कणों से सुरक्षा होती है. आंखों और संक्रमण के बीच सीधा संपर्क होने से रोका जा सकता है. आई फ्लू से बचने के लिए इन तरीकों पर ध्यान देना चाहिए.
दूरी बनाकर ही रखें
आई फ्लू से बचने के लिए इससे पीड़ित लोगों से दूरी बनाकर रही रखें. भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें. ऐसे लोगों के संपर्क में आने से आप भी संक्रमित हो सकते हैं. भीड़ में न जाने से इसका खतरा कम रहता है.
टिशू का इस्तेमाल करें.
अगर आंखों में जलन या खुजली हो रही है और उसे छूना है तो हाथ से नहीं बल्कि टिशू का इस्तेमाल करें. इसके बाद उस टिशू को सीलबंद बैग में फेंककर हाथ अच्छी तरह से धो लें ताकि संक्रमण फैलने न पाए.
आई फ्लू से बचने इन उपायों को भी अपनाएं
जो भी सामान इस्तेमाल करें उसे साफ रखें.
इम्यून सिस्टम मजबूत करने पर फोकस करें.
आस-पास साफ-सफाई रखें.
आई फ्लू को लेकर हेल्थ गाइडलाइन को फॉलो करें.
डॉक्टर की सलाह को मानें और उसी हिसाब से दवा करें.
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