केंद्रीय संसदीय कार्य राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने सांसदों के निलंबन को लेकर शुक्रवार को कहा कि संसद की सुरक्षा में चूक के बाद विपक्षी सदस्यों ने स्पीकर की बात पर भी भरोसा नहीं किया।
मेघवाल ने राष्ट्रीय मीडिया सेंटर में पत्रकार वार्ता में कहा कि लोकसभा स्पीकर बार-बार कहते रहे कि सुरक्षा की जिम्मेदारी उनकी है लेकिन उनकी बात पर विपक्ष ने भरोसा नहीं किया। इससे स्पष्ट है कि वे जानबूझकर चुनाव में हार का बदला लेने की फिराक में थे और वे अंदर ही अंदर योजना बना रहे थे और उन्हें सुरक्षा में चूक को लेकर मौका भी मिल गया। उन्होंने कहा कि संसद की सुरक्षा में चूक एक बड़ा मुद्दा है और इस बाबत एक समिति का गठन किया गया है। जांच चल रही है।
मेघवाल ने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस का मानना है कि शासन करना केवल उनका अधिकार है और उपराष्ट्रपति उनके द्वारा नामित व्यक्ति होना चाहिए। इस सोच के तहत संसद भवन परिसर में उपराष्ट्रपति का अपमान किया गया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित दलित, किसान एवं पिछड़े वर्ग का अपमान करना कांग्रेस की मानसिकता है।
– एजेंसी