हमारे रसोई में उपलब्ध मसाले का भारतीय पारंपरिक चिकित्सा पद्धति में हजारो सालों से होता आया है। ऐसा ही एक मसाला है जायफल। गर्म, पौष्टिक स्वाद और बेहतरीन सुगंध के लिए मशहूर है जायफल, जिसे अंग्रेजी में नटमेग कहते हैं। कमाल की बात ये है कि जायफल महिलाओं की सेहत के लिए काफी फायदेमंद है। खासकर मेंस्ट्रुएशन के दौरान होने वाले दर्द और अन्य रिप्रोडक्टिव हेल्थ संबंधी समस्याओं को दूर करने में यह मदद कर सकता है। इस दौरान होने वाले मूड स्विंग को भी कंट्रोल करने में इसका कोई जवाब नहीं है।आइये जानते है विस्तार से :-
जायफल हार्मोन सीक्रेशन को संतुलित कर सकता है :-
जायफल ग्रोथ हार्मोन और इंसुलिन के प्रभाव को बढ़ाता है। जायफल महिलाओं में हार्मोन को संतुलित करने और कुछ हार्मोनल मुद्दों, जैसे मेंस्ट्रुएशन के दौरान होने वाले ऐंठन और मूड में बदलाव को कम करता है। इसमें ऐसे कंपाउंड होते हैं, जो मूड स्विंग को नियंत्रित करने के साथ-साथ चिंता और अवसाद के लक्षणों को कम कर सकता है। आप इसे आसानी से अपने डेली डाइट में शामिल कर सकती हैं।
रिप्रोडक्टिव हेल्थ संबंधी प्रॉब्लम को इन तरीकों से दूर कर सकता है:-
हार्मोन संतुलन बनाए रखने में मददगार:-
जायफल में इमेनगॉग गुण होते हैं। ये गुण पेल्विक क्षेत्र में ब्लड सर्कुलेशन और हार्मोनल संतुलन को बढ़ावा देने में मदद करते हैं। जायफल को अपने आहार में शामिल करने या हर्बल चाय में इसका सेवन करने से मेंस्ट्रुएशन को नियमित रखा जा सकता है। इससे महिलाएं समग्र रूप से अपने हार्मोनल स्वास्थ्य को बनाए रख सकती हैं।
मेंस्ट्रुएशन के दर्द और ऐंठन से राहत:-
जायफल में नेचुरल एनाल्जेसिक और एंटीस्पास्मोडिक गुण होते हैं। ये मेंस्ट्रुएशन के दर्द और ऐंठन को कम करने में मदद करते हैं। यह गर्भाशय के मसल्स को रिलैक्स करने और मेंस्ट्रुएशन संबंधी परेशानी की तीव्रता को कम करने में भी मदद करते हैं। पीरियड्स के दौरान जायफल की चाय पीने या गर्म पेय या व्यंजनों में मसाले के रूप में इसका उपयोग करने से दर्द से राहत मिलती है।
पाचन संबंधी परेशानी में सहायक :-
जायफल उन महिलाओं के लिए फायदेमंद है, जो मेंस्ट्रुएशन के दौरान पाचन संबंधी परेशानी का अनुभव करती हैं। यह सूजन, गैस और अपच जैसे लक्षणों को कम करने में मदद करता है। खाने में जायफल शामिल करने या जायफल युक्त हर्बल चाय लेने से पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है। इससे महिलाओं की वेलबीइंग अच्छी रहती है।
तनाव और चिंता को कम करने में मददगार :-
जायफल में ऐसे यौगिक होते हैं जो मूड को बेहतर बनाने, तनाव और चिंता को कम करने में मदद कर सकते हैं। इसमें रिलैक्स करने के गुण होते हैं, जो शरीर को रिलैक्स करते हैं। ये महिलाओं को हार्मोनल परिवर्तनों के कारण होने वाले मूड स्विंग और भावनात्मक असंतुलन को मैनेज करने में सहायता करते हैं। गर्म दूध में एक चुटकी जायफल मिलाने या इसे व्यंजनों में शामिल करने से मन शांत होता है। इससे महिलाएं भावनात्मक रूप से मजबूत महसूस कर सकती हैं।
हड्डियों से संबंधित समस्याओं में मददगार :-
जायफल में कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे आवश्यक मिनरल होते हैं, जो हड्डियों को स्वस्थ रखते हैं। चूंकि महिलाओं में ऑस्टियोपोरोसिस और हड्डियों से संबंधित समस्याओं का खतरा अधिक होता है। इसलिए खानपान में जायफल को शामिल करने से हड्डियां स्वस्थ रहती हैं।
प्रजनन क्षमता को बढ़ाता है :-
बायोएक्टिव यौगिकों से भरपूर यह सुगंधित मसाला प्रजनन क्षमता बढ़ाने एवं यौन स्वास्थ्य को ठीक रखने में सहायक है। गर्भ धारण करने के लिए आप अपने खानपान में जायफल शामिल कर सकती हैं। जायफल पाउडर और चीनी पाउडर को बराबर मात्रा में ले सकती हैं और इसे अपने मेंस्ट्रुएशन के दौरान एक कप दूध के साथ ले सकती हैं।
यह भी पढे –
जानिए, खाली पेट कहीं आप भी तो नहीं खाते कच्चे स्प्राउट्स शरीर को हो सकते हैं ये खतरनाक नुकसान