कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि मोदी सरकार ने वर्ष 2023-24 के लिए जो अंतरिम बजट पेश किया है, उसमें गरीब और मध्यवर्ग के लिए कुछ नहीं है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने बजट भाषण के बाद गुरुवार को संसद भवन परिसर में मीडिया से बातचीत में कहा कि अंतरिम बजट नीरस था। इसमें न तो बढ़ती महंगाई रोकने के लिए कोई उपाय सुझाया गया और न ही किसानों के हित की कोई ठोस बात कही गई।
कांग्रेस के लोकसभा सांसद अधीर रंजन चौधरी ने बजट को चुनावी करार दिया है। उन्होंने कहा कि बजट भाषण में सिर्फ जनता को लुभाने की कोशिश की गई है।
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने बजट भाषण के बाद संसद भवन परिसर में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मोदी सरकार उद्योगपतियों के लिए काम करती है। यह बजट भी उन्हीं के लिए था। इस बजट से देश के नौजवान, किसान, महिला व मध्यवर्ग को सिर्फ निराशा हाथ लगी है।
कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने कहा कि बजट का एक बड़ा हिस्सा राष्ट्रपति के अभिभाषण से लिया गया था। यह बजट आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट की पुनरावृत्ति है।
कांग्रेस सांसद रंजीता रंजन ने कहा कि बजट में महिलाओं के लिए कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार को बताना चाहिए कि कितनी महिलाएं हैं, जिनकी बचत दो लाख है, जिस पर वे 7.5 फीसदी ब्याज लेंगी? ये पूरी तरह से चुनावी बजट है।
– एजेंसी