ऑस्टियोपोरोसिस एक ऐसी बीमारी है जिसमें हड्डियां धीरे-धीरे कमजोर होने लगती हैं और मामूली चोट या दबाव से भी टूट सकती हैं। इसका मुख्य कारण हड्डियों का घनत्व (Bone Density) कम होना है। ऐसे में अगर आप अपनी हड्डियों को मजबूत बनाए रखना चाहते हैं, तो काजू आपके लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है।
काजू न सिर्फ स्वाद में बेहतरीन होता है, बल्कि इसमें मौजूद पोषक तत्व हड्डियों की मजबूती बढ़ाने में भी सहायक हैं। आइए जानते हैं कि ऑस्टियोपोरोसिस में काजू कैसे फायदेमंद हो सकता है।
काजू के फायदे – क्यों है ये हड्डियों का साथी?
1. कॉपर से भरपूर:
काजू में भरपूर मात्रा में कॉपर पाया जाता है, जो हड्डियों की मिनरल डेंसिटी को बढ़ाने में मदद करता है। कॉपर की कमी से हड्डियों में कमजोरी आ सकती है और ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ जाता है। नियमित रूप से काजू का सेवन इस खतरे को कम करता है।
2. कैल्शियम और मैंगनीज का स्रोत:
काजू में कैल्शियम, मैग्नीशियम और मैंगनीज जैसे मिनरल्स मौजूद होते हैं, जो हड्डियों की संरचना को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं। मैग्नीशियम कैल्शियम के बेहतर अवशोषण में मदद करता है, जबकि मैंगनीज और कॉपर मिलकर हड्डियों को टूटने से बचाते हैं।
3. कोलेजन के निर्माण में सहायक:
कॉपर केवल हड्डियों ही नहीं, बल्कि कोलेजन और इलास्टिन जैसे संरचनात्मक प्रोटीन को भी बनाए रखने में मदद करता है। इनकी कमी से हड्डियों और जोड़ों की कार्यक्षमता पर असर पड़ता है। काजू का सेवन इन समस्याओं को दूर रखने में मदद करता है।
कैसे और कब खाएं काजू?
ऑस्टियोपोरोसिस से पीड़ित लोगों के लिए काजू वाला दूध एक बेहतरीन विकल्प है।
विधि:
कुछ काजू को दूध में भिगोकर रखें।
फिर इन्हें दूध के साथ दरदरा पीस लें।
इस मिश्रण को हल्का गर्म करें और रोज़ सुबह या रात को सेवन करें।
यह स्वादिष्ट और पोषण से भरपूर उपाय आपकी हड्डियों को धीरे-धीरे मजबूत बनाने में सहायक होगा।
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