दिनभर की टेंशन और स्ट्रेस की वजह से कई बार सिर में तेज दर्द का अनुभव होता है. इससे छुटकारा पाने के लिए ज्यादातर लोग पेनकिलर का इस्तेमाल करते हैं. 2022 में किए गए एक अध्ययन के मुताबिक, दुनिया भर में लगभग 6 में से एक व्यक्ति को रोजाना किसी न किसी वजह से सिर में दर्द होता है.
सिरदर्द का इलाज पेरासिटामोल, इबुप्रोफेन या एस्पिरिन जैसी दवाओं के साथ किया जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि बिना पेनकिलर्स की मदद से भी आप सिर के दर्द से छुटकारा पा सकते हैं? जी हां आप सही सुन रहे हैं. आइए जानते हैं कैसे…
अपनी गर्दन और पीठ की मांसपेशियों को आराम देने से स्ट्रेस काफी हद तक दूर हो सकता है, जो कई बार सिरदर्द की वजह बनता है. कुछ अध्ययनों से मालूम चलता है कि स्ट्रेस की वजह से सिरदर्द तब होता है, जब गर्दन और स्कैल्प की मांसपेशियां बहुत ज्यादा तनावग्रस्त हो जाती हैं या सिकुड़ जाती हैं. हालांकि नेक मसाज आपकी इसमें काफी मदद करेगी. जब भी आपको सिर में दर्द हो, तब अपनी उंगलियों 30 सेकंड तक नेक मसाज करें. इससे आपको आराम मिलेगा.
गर्दन की मांसपेशियों को मजबूत करने से सिरदर्द की समस्या में कमी लाई जा सकती है. अपने एक हाथ को अपने सिर के किनारे पर रखें और लगभग 10 सेकंड तक हर एक दिशा में धकेलते रहें. इससे सिरदर्द कम हो सकता है.
ज्यादा पानी पीना न केवल शरीर की कई बीमारियों को दूर करने में मददगार है बल्कि सिरदर्द की समस्या को भी कम कर सकता है. एक्सपर्ट के मुताबिक, हमें एक दिन में 1.5 लीटर यानी 8 गिलास पानी पीने का टारगेट रखना चाहिए. ऐसा करने से आप हाइड्रेटेड रहेंगे और सिरदर्द भी महसूस नहीं करेंगे.
अच्छी नींद ना लेने से भी कई बार सिर में दर्द महसूस होता है. ब्रिटेन की नेशनल हेल्थ सर्विस के मुताबिक, 18 से 80 साल के वयस्कों के लिए 11 घंटे की नींद अच्छी नींद मानी जाती है. हालांकि बिज़ी शेड्यूल की वजह से लोग 11 घंटे की नींद अक्सर नहीं ले पाते. लेकिन आपको हर रात 7 से 9 घंटे के बीच नींद जरूर लेनी चाहिए. इससे आपको सिरदर्द की समस्या नहीं होगी.
अगर आपके दांत एक सीध में नहीं आते हैं तो इससे जबड़े की मांसपेशियों को दिक्कत हो सकती है. इसकी वजह से स्ट्रेस होगा, जो सिर में दर्द का कारण बनेगा. इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए अपने दांतों की जांच करवाएं.
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