सरकारी स्वामित्व वाली बिजली उत्पादक कंपनी एनएचपीसी का चालू वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में खर्च बढ़ने से एकीकृत शुद्ध लाभ 19 प्रतिशत गिरकर 628.44 करोड़ रुपये पर आ गया।
एनएचपीसी ने सोमवार को शेयर बाजार को दिसंबर तिमाही के वित्तीय नतीजों की जानकारी दी। एक साल पहले की समान अवधि में उसका शुद्ध लाभ 775.99 करोड़ रुपये रहा था।
आलोच्य तिमाही में कंपनी की कुल आय भी एक साल पहले के 2,691.34 करोड़ रुपये से घटकर 2,549.69 करोड़ रुपये रह गई।
समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी का खर्च बढ़कर 1,727.85 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 1,303.06 करोड़ रुपये था।
इस बीच, एनएचपीसी के निदेशक मंडल ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए शेयरधारकों को प्रति शेयर 1.40 रुपये का अंतरिम लाभांश देने के प्रस्ताव को मंजूरी दी। लाभांश भुगतान के लिए शेयरधारकों की पात्रता को 22 फरवरी की तारीख के आधार पर तय किया गया है।
ऊर्जा मंत्रालय के अधीन कार्यरत एनएचपीसी देश में पनबिजली की अग्रणी उत्पादक है। यह जलविद्युत परियोजनाओं की संकल्पना से लेकर उसके क्रियान्वयन तक की सभी गतिविधियां संचालित करती है।
पिछले कुछ वर्षों में एनएचपीसी ने सौर एवं पवन ऊर्जा के क्षेत्र में भी अपनी गतिविधियों का विस्तार किया है।
– एजेंसी