पश्चिम बंगाल विधानसभा के अध्यक्ष विमान बनर्जी ने कहा कि कंपनी लॉ में बड़े पैमाने पर बदलाव की जरूरत है। इसके लिए जो नए कंपनी सेक्रेटरी तैयार हो रहे हैं उन्हें बेहतर तरीके से अपनी बातों को रखना होगा। नए उद्यमियों को सुविधा हो और एमएसएमई को बढ़ावा मिले, इसके लिए कानून को और सरल किए जाने की जरूरत है।
विमान बोस ने शनिवार को इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया (आईसीएसआई) की ओर से प्रैक्टिसिंग कंपनी सेक्रेटरीज को लेकर 17वें क्षेत्रीय सम्मेलन में कहा कि कंपनी लॉ में हस्तक्षेप या बदलाव का अधिकार राज्यों को नहीं है। इस पर जो कुछ भी करना है, वह केंद्र सरकार करेगी। यह नए कंपनी सेक्रेटरीज के विवेक पर है कि वह कितने तार्किक तरीके से उद्यमिता की जरूरत को सरकार के सामने रख सकते हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रक्रिया में सतत बदलाव और सुविधाओं के मुताबिक संशोधन हमेशा लाभदायक होता है।
इस वर्ष के सम्मेलन का विषय ”अच्छे कॉर्पोरेट प्रशासन को बढ़ावा देने में वैश्विक लीडर बनना” है। इस सम्मेलन का मिशन अच्छे कॉर्पोरेट प्रशासन की सुविधा प्रदान करने वाले उच्च क्षमता वाले पेशेवरों को तैयार करना है। कार्यक्रम में विमान बनर्जी के अलावा सीबी नरसिम्हन विशेष अतिथि के तौर पर उपस्थित थे। इस खास परिचर्चा सत्र में सैकड़ों की संख्या में कर सलाहकार पेशेवरों ने हिस्सा लिया है।
क्या है आईसीएसआई : इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया (आईसीएसआई) में कंपनी सचिवों के पेशे से जुड़ने वालों के विनियमन और विकास के लिए संसद का एक अधिनियम प्रदान करता है। यह भारत सरकार के कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय के अधिकार क्षेत्र में कार्य करता है। संस्थान के चार क्षेत्रों में फैले 72 चैप्टर हैं, जिनमें 69 हजार से अधिक सदस्य और लगभग दो लाख छात्र हैं।
– एजेंसी