राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता और पूर्व मंत्री जीतेंद्र आव्हाड ने गुरुवार को भगवान श्रीराम के बारे में दिए गए खुद के बयान पर माफी मांग ली है। इसके बावजूद भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी गुरुवार को जीतेंद्र आव्हाड के विरुद्ध राज्यव्यापी प्रदर्शन करके उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
दरअसल, बुधवार को शिर्डी में राकांपा के शिविर में जीतेंद्र आव्हाड ने कहा था कि भगवान श्रीराम शाकाहारी नहीं थे। वनवास के दौरान भगवान श्रीराम ने मांसाहार का सेवन किया था। जीतेंद्र आव्हाड के इस बयान के बाद आज भाजपा कार्यकर्ताओं ने कई जिलों में प्रदर्शन किया है। भाजपा के विरोध के बाद जीतेंद्र आव्हाड ने गुरुवार को पत्रकारों को बताया कि उन्होंने भगवान श्रीराम के बारे में जो भी कहा है, वह वाल्मिकी रामायण के आधार पर ही कहा है। इसी संदर्भ में दक्षिण भारत में एक दिसंबर, 2023 को एक फिल्म भी रिलीज हो चुकी है। इसी वजह से वे अपने बयान पर खेद व्यक्त कर रहे हैं।
जीतेंद्र आव्हाड ने कहा कि वे मीडिया को सभी सबूत सौंप रहे हैं और वह खुद इसका अध्ययन करें और हमें बताएं कि उनका बयान गलत कहां है। जीतेंद्र आव्हाड ने आज दोहराया कि वे खुद रामभक्त हैं, लेकिन भगवान राम को राजनीतिक हथियार नहीं बनने देना चाहते हैं।
– एजेंसी