बॉलीवुड के जानेमाने अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती बंगला फिल्म काबुलीवाला में काम करते नजर आयेंगे। गुरुदेव रविंद्रनाथ टैगोर की लघु कहानी काबुलीवाला पर वर्ष 1961 में फिल्म काबुलीवाला प्रदर्शित हुई थी। इस फिल्म में बलराज साहनी ने अब्दुल रहमान खान की भूमिका निभायी थी। उससे पहले वर्ष 1957 में प्रदर्शित इसी कहानी पर बनी बांग्ला फिल्म काबुलीवाला में छवि बिस्वास ने रहमत की भूमिका निभाई थी। अब बांग्ला भाषा में बनी सुमन घोष निर्देशित फिल्म काबुलीवाला में मिथुन चक्रवर्ती ने रहमत की भूमिका निभायी है। जिओ स्टूडियो और एसवीएफ द्वारा निर्मित यह फिल्म 22 दिसंबर को सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है।
मिथुन चक्रवर्ती ने बताया,रहमत का किरदार काफी चैलेंजिग रहा, क्योंकि इससे पहले जिन्होंने यह रोल किया था, वह एक्टिंग के भगवान माने जाते हैं, यानी छवि बिस्वास और बलराज साहनी जी। जब मुझे यह किरदार ऑफर हुआ था तो मैंने मना कर दिया था, क्योंकि मुझमें दम नहीं है कि ऐसे मुकाबले में आगे आऊं। यह मुकाबला नहीं, पर सुमन घोष अड़ गए कि मैं यह फिल्म बनाऊंगा तो आपके साथ ही। इसके बाद बहुत सारी चीजों पर चर्चा हुई कि कैसे करूंगा, कैसे उच्चारण आएगा। फिर मेरा एक दोस्त है कमालउद्दीन खान जो कि अफगानी दोस्त है। वह वास्तव में कुक हैं।
उन्होंने मुझे खाना बनाया सिखाया। वह मेरे करीबी दोस्त भी हैं। मैंने उनको काफी कापी किया है। उनसे काफी प्रेरणा ली है। उनका बोलने का ढंग, क्योंकि उन्हें सांस की बीमारी थी, उसकी वजह से उनकी आवाज कभी-कभी अटक जाती थी। मैं जो बता रहा हूं, उसके लिए आपको फिल्म देखनी होगी। वो कठिन जर्नी रही। यह कहानी अफगानिस्तान या हिंदुस्तान के बारे में नहीं है। यह प्यार, इमोशन के बारे में है। इमोशन का कोई धर्म या भाषा नहीं होती। काबुलीवाला एक अफगानी पठान और छोटी सी बच्ची मिनी के इमोशन और प्यार की कहानी है। यह कभी नहीं बदल सकती। चाहे जमाना कितना बदल जाए, इंटरनेट मीडिया बदल जाए।
– एजेंसी