खनन कारोबारी से नेता बने गली जनार्दन रेड्डी ने शनिवार को कर्नाटक के कोप्पल जिले के गंगावती शहर में आयोजित एक समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की।
रेड्डी के भाजपा में लौटने की अटकलों के बीच ये बयान महत्वपूर्ण हो गए हैं। उन्होंने कहा, “मोदी को इस बात के लिए बधाई दी जानी चाहिए कि उन्होंने अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में भगवान राम की मूर्ति इस तरह स्थापित की कि पूरी दुनिया ने उनकी सराहना की।”
भाजपा के सूत्रों ने कहा कि रेड्डी को पार्टी में वापस लाने पर विचार किया जा रहा है, जिन्होंने अपनी कल्याण राज्य प्रगति पक्ष (केआरपीपी) पार्टी बनाई थी। हालांकि वह केवल अपनी सीट ही जीत सके, लेकिन उन्होंने कल्याण-कर्नाटक क्षेत्र के जिलों में भाजपा को करारा झटका दिया था।
भाजपा उनकी क्षमता और साधन संपन्नता से ज्यादा पार्टी उम्मीदवारों की जीत की संभावनाओं को खराब करने की उनकी क्षमता से चिंतित है। ऐसे में कांग्रेस को फायदा होगा। इससे बचने के लिए बीजेपी नेतृत्व उन्हें वापस पार्टी में लेने पर विचार कर रहा है।
रेड्डी ने 2008 में ‘ऑपरेशन लोटस’ के जरिए बीजेपी को सत्ता में लाने में अहम भूमिका निभाई थी। रेड्डी दिवंगत केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज के करीबी थे और उनके तत्कालीन मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पासे मतभेद हो गए थे। अवैध खनन के आरोप में सीबीआई द्वारा गिरफ्तारी के साथ ही उनका राजनीतिक सपना खत्म हो गया था।
उनकी रिहाई के बाद, रेड्डी की भाजपा में प्रमुखता हासिल करने की कोशिश विफल रही, क्योंकि पार्टी ने उनके खिलाफ गंभीर आरोपों की पृष्ठभूमि में दूरी बनाए रखी। लेकिन उनके करीबी सहयोगी श्रीरामुलु और उनके भाई पार्टी में वापस आ गए और पदों पर आसीन हुए, लेकिन पार्टी ने रेड्डी काेे तवज्जो नहीं दी।
हालांकि, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र ने कहा है कि अभी तक उनकी रेड्डी से कोई चर्चा नहीं हुई है। सूत्रों का कहना है कि बदली हुई परिस्थितियों में बीजेपी नेतृत्व उन्हें वापस पार्टी में लाने पर विचार कर रहा है।
– एजेंसी