बाकी सब्जियों की तरह जड़ वाली सब्जियां भी स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद होती हैं. इनकी खासियत यह होती है कि ये जमीन के नीचे उगाई जाती हैं. यही वजह है कि इनमें मिट्टी से प्रभावित विटामिन और मिनरल्स सहित कई जरूरी पोषक तत्व होते हैं.
प्राचीन काल से ही जड़ वाली सब्जियां पोषण का प्रमुख स्रोत रही हैं. इन्हें ज्यादातर व्यंजनों में आसानी से शामिल किया जा सकता है. जड़ वाली सब्जियों में प्याज, लहसुन, आलू, गाजर, अदरक, शलजम और चुकंदर आदि शामिल हैं, जो भूमिगत रूप से उगाई जाती हैं.
जड़ वाली सब्जियों में विटामिन, मिनरल्स और फाइटोन्यूट्रिएंट्स भरपूर मात्रा में होते हैं. ये बीटा-कैरोटीन से भी भरपूर होते हैं, जिसका इस्तेमाल शरीर विटामिन A, B, C और फोलेट बनाने के लिए कर सकता है. इसके अलाना, इनमें पोटेशियम, मैग्नीशियम और बाकी मिट्टी-आधारित पोषक तत्वों की भी भरपूर मात्रा होती है.
जड़ वाली सब्जियों की एक खासियत यह भी है कि ये जल्दी खराब नहीं होती हैं और लंबे समय तक ताजी बनी रहती हैं. अगर इन्हें ठंडे टेंपरेचर पर रेफ्रिजरेटर में रखा जाए तो ये हफ्तों तक चल सकती हैं.
दिल को हेल्दी रखने में भी जड़ वाली सब्जियां महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं. अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के मुताबिक, रूट वाली सब्जियां दिल की बीमारी से बचाने में काफी मददगार साबित हो सकती हैं.
अगर आप कब्ज की समस्या से परेशान रहते हैं तो इस परेशानी को दूर करने में रूट वाली सब्जियां आपकी काफी मदद कर सकती हैं. क्योंकि ये पेट को साफ रखने का काम करती हैं. जड़ वाली सब्जियों में बहुत ज्यादा फाइबर होता है. यही वजह है कि ये पेट को स्वस्थ रखने में मदद करती हैं.
रूट वाली सब्जियां साल भर उपलब्ध रहती हैं. जब आपका मन हो, आप खा सकते हैं. आपको इन्हें खाने के लिए सीज़न का वेट करने की जरूरत नहीं पड़ती.
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