मनोज बाजपेयी किसी पहचान के मोहताज नहीं है. वह एक वर्सेटाइल एक्टर हैं, जो अपनी एक्टिंग के किरदार में जान फूंक देते हैं. हालांकि, फिल्म इंडस्ट्री में उनका करियर इतना आसान नहीं रहा. ‘पिंजर’ और ‘1971’ जैसी फिल्मों में अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाने के बाद उन्हें काम नहीं मिल रहा था. मनोज बाजपेयी ने खुलासा किया कि उन्हें मजबूरी में घटिया फिल्मों में काम करना पड़ा क्योंकि उन्हें अपने घर चलाना था.
सुचित्रा त्यागी को दिए इंटरव्यू में मनोज बाजपेयी ने बताया, ‘मुझे एहसास हुआ कि मैं वो नहीं करना चाहता हू्ं, जो वे मुझसे करने की उम्मीद कर रहे हैं. मुझे मिलने वाले सभी ऑफर्स ऐसे नहीं थे, जिनमें मैं खुद को फिट कर सकूं. हां, पैसा अच्छा मिल रहा था.
‘बड़े-बड़े प्रोड्यूसर्स मेरे पास आ रहे थे. वे पैसों से भरे सूटकेस लेकर आते थे और उन्हें ना कहना मेरे लिए सबसे कठिन काम था. वह एक ऐसा समय था जब लोगों का ईगो बहुत बड़ा होता था. लोग जल्दी बुरा मान जाते थे और हर किसी को मना करने के साथ-साथ मैं और अधिक दुश्मन बना रहा था.’
मनोज बाजपेयी ने आगे बताया, ‘पिंजर और 1971 में काम करने के बाद मैं नीचे चले गया, मतलब खत्म हो गया. इस बीच घटिया फिल्में करना मजबूरी थी क्योंकि मुझे अपना घर भी चलाना था. तब तक केके मेनन और इरफान खान जैसे एक्टर्स इंडस्ट्री में ऊपर आ गए. वे मेकर्स की पहली चॉइस बन गए थे और मैं इस रेस में कहीं भी नहीं था.’
वर्क फ्रंट की बात करें मनोज बाजपेयी ने हाल ही में फिल्म गुलमोहर में काम किया है, जो डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर स्ट्रीम हुई है. इसमें उनकी एक्टिंग की एक बार फिर जमकर तारीफ हो रही है. अब फैंस बेसब्री से मनोज बाजपेयी की वेब सीरीज द फैमिली मैन के तीसरे सीजन का इंतजार कर रहे हैं.
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